दलित किशोरी की हत्या के बाद सियासत गर्मायी, पुलिस पर दबाव बना रहे राजनेता
भीम आर्मी ने की थाना घेरने की कोशिश
खुलासा न होने पर एसपी को दी चुनौती
पीड़िता के पिता बोले- पुलिस ने बदल दी है हमारी तहरीर
चंदौली जिले के नौगढ़ थाना इलाके के विनायकपुर में दलित किशोरी की हत्या के मामले में 72 घंटे बाद भी पुलिस को कोई सुराग हाथ नहीं लग सका है। पुलिस दो दिनों से लगातार रात भर इधर-उधर सबूत खोजने में जुटी हुई है। दो युवकों पर शक जताया गया है। पुलिस उनकी भी तलाश में लगी हुई है। मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।
बताया जा रहा है कि गांव में अनुसूचित जाति की नाबालिग किशोरी की हत्या के बाद से तनाव भरी खामोशी है। पुलिस फोर्स तैनात है। अब राजनीतिक दल भी कूद पड़े हैं। बुधवार को सायं काल भीम आर्मी आजाद पार्टी के मंडलाध्यक्ष वाराणसी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने थाने पर धरना प्रदर्शन करते हुये दोषियों को फांसी देने की मांग की।
पुलिस क्षेत्राधिकारी कृष्ण मुरारी शर्मा ने कार्यकर्ताओं को जल्दी ही घटना का राजफाश करने का आश्वासन दिया है। भीम आर्मी के मंडल अध्यक्ष वाराणसी एके गौतम धरना से पहले विनायकपुर गांव में घटनास्थल पर पहुंचे। करीब दो घंटे तक वह पीड़ित परिवार के बीच रहे और पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। परिवारजनों को आश्वासन दिया कि उन्हें न्याय मिलेगा। दलितों व असहायों पर हो रहे अत्याचार का बदला भी लिया जाएगा। बोले कि अत्याचार सहने के बजाय सभी को एकजुट होकर उसका जवाब देने का समय अब आ गया है। पूर्वांचल में दलितों के साथ हुए अत्याचार की लंबी सूची उनके पास है इसमें शामिल लोगों से हिसाब लिया जाएगा।
इस मौके पर जिलाध्यक्ष वाराणसी उपेंद्र कुमार गाडगे, जिलाध्यक्ष चंदौली शैलेश कुमार, आजाद गांधी, श्याम सुंदर, विजय बहादुर, मनीष, अवधेश भारती, रिंकू, सोनू, शिव शंकर, इंद्रजीत भारती समेत भीम आर्मी के सैकड़ो कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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