फावड़े से पत्नी को मारना चाह रहा था पति, उसी ने ले ली बुल्लू की जान, घटना से गांव रह गया सन्न

चंदौली समाचार की अपील : शराब छोड़िए और झगड़े से पहले सोचिए
आज बुल्लू नहीं रहा कल किसी और का नंबर है
शराब का नशा परिवार और जीवन सब कुछ लेता है छीन
नौगढ़ थाना क्षेत्र के औरवाटाड़ पुलिस चौकी के पास की घटना
चंदौली जिले के तहसील नौगढ़ में रविवार की सुबह औरवाटाड़ गांव में पुलिस चौकी के पास एक ऐसा हादसा हुआ, जिसने पूरे गांव को सन्न कर दिया। शराब के नशे, गुस्से और घरेलू कलह ने मिलकर एक जिंदगी छीन ली और एक परिवार को बर्बादी की कगार पर ला खड़ा किया।
आपको बता दें कि 50 वर्षीय बुल्लू, पूर्व प्रधान रामदीन का पुत्र था। वह शराब का आदी था और अक्सर नशे में पत्नी से झगड़ता था। शनिवार रात से ही घर में तनातनी का माहौल था। रविवार सुबह होते-होते यह कहासुनी इस हद तक पहुंच गई कि बुल्लू ने आपा खो दिया। उसने घर में रखा फावड़ा उठाकर पत्नी सुगवंती पर चला दिया। वार उसके पैर पर लगा, जिससे वह घायल होकर गिर पड़ी। फावड़ा वहीं गोबर के ढेर में फंस गया। लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं हुई। गुस्से में भरा बुल्लू जैसे ही वहां से पलटा, उसका पैर गोबर पर पड़ा और वह फिसलकर उसी फावड़े की धार पर सिर के बल गिर पड़ा।

एक झगड़ा, एक हादसा और एक अंत
सिर में गहरी चोट लगने से बुल्लू वहीं अचेत हो गया। परिजनों ने तत्काल 108 एंबुलेंस बुलाकर घायल बुल्लू और उसकी पत्नी को सीएचसी नौगढ़ पहुंचाया, जहाँ से दोनों को चकिया जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहां डॉक्टरों ने बुल्लू को मृत घोषित कर दिया। पत्नी सुगवंती का अस्पताल में इलाज चल रहा है।

बताया जा रहा है कि बुल्लू के दो बेटे और एक बेटी हैं। बड़ी बेटी और बड़ा बेटा रंजीत की शादी हो चुकी है, जो ससुराल में रहते हैं। छोटा बेटा संदीप घटना के वक्त किसी विवाह समारोह में गया हुआ था।
जिला हॉस्पिटल चकिया में मौत होने की जानकारी मिलते ही पुलिस क्षेत्राधिकारी आशुतोष त्रिपाठी और थाना प्रभारी अमित सिंह तत्काल मौके पर पहुंचे। मौका मुआयना किया गया, ग्रामीणों से पूछताछ और पत्नी का बयान भी दर्ज किया गया।
अब तक की जांच में यह स्पष्ट हो चुका है कि घटना नशे की हालत में पारिवारिक विवाद के दौरान अचानक घटी दुर्घटना है।हालांकि समाचार लिखे जाने तक मृतक के परिजनों की ओर से पुलिस को कोई तहरीर नहीं दी गई है। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए गांव में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।
शराब नहीं, ये ज़हर है – जो घर तोड़ता है, जान लेता है
यह घटना सिर्फ एक दुर्घटना नहीं, समाज के लिए चेतावनी है। नशे की लत रिश्ते, परिवार और जीवन सब कुछ लील जाती है। बुल्लू की मौत एक कड़वा सवाल छोड़ गई है। क्या कुछ घंटों का नशा किसी की पूरी जिंदगी से ज़्यादा अहमियत रखता है?
चंदौली समाचार अपील करता है की शराब से दूर रहें, विवाद से बचें नहीं तो आज बुल्लू नहीं रहा। कल... किसी और का नंबर भी लग सकता है। अगर आप गुस्से और नशे पर काबू नहीं पा सकते, तो तैयार रहिए पछतावे के लिए।
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