होली पर घर आ रहे हैं माई..मोबाइल पर कॉल करके बताया था

नौगढ़ में होली की खुशियाँ मातम में बदलीं
ट्रेलर की टक्कर से दंपति की मौत
साथ में 7 साल की बेटी की दर्दनाक मौत
चंदौली जिले के तहसील नौगढ़ में होली की खुशियाँ मनाने घर लौट रहे एक परिवार पर मौत का साया मंडरा गया। हरियाणा के सोनीपत से अपने गांव जैमोहनी लौट रहे रोहित पनिका (32), उनकी पत्नी ललिता (30) और 7 साल की बेटी उजाला की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत हो गई, जबकि 9 साल का बेटा राजवीर गंभीर रूप से घायल हो गया। यह भयावह हादसा बुधवार सुबह नोएडा-अलीगढ़ हाईवे पर हुआ, जब तेज रफ्तार ट्रेलर ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी।

होली पर परिवार की खुशियों पर मौत का साया
जयमोहनी भूर्तिया में मुसहर बस्ती निवासी रोहित पनिका अपने परिवार के साथ हरियाणा के सोनीपत में रहता था। वह एक फैक्ट्री में कलर पेंटिंग ऑपरेटर का काम करता था और होली पर अपने गांव लौट रहा था। घरवालों को उम्मीद थी कि वह परिवार के साथ खुशियाँ मनाने आएगा, लेकिन किसी को अंदाजा भी नहीं था कि यह सफर उनकी जिंदगी का आखिरी सफर बन जाएगा।
रोहित ने 9 साल पहले गांव में रहकर सीआईएसएफ की तैयारी की थी और ट्रेनिंग के लिए चयनित भी हो गया था, लेकिन प्रेम विवाह के चलते उसने यह मौका छोड़ दिया। उसने ललिता से शादी की और सोनीपत में बस गया। अपने परिवार के साथ मेहनत से जीवन बिता रहे इस युवक की जिंदगी इस तरह खत्म हो जाएगी, यह किसी ने सोचा भी नहीं था।
तेज रफ्तार ट्रेलर ने उजाड़ा पूरा परिवार
रोहित अपनी पत्नी, बेटी और बेटे के साथ मोटरसाइकिल से गांव लौट रहा था। जब वे नोएडा-अलीगढ़ हाईवे पर पहुंचे, तभी सामने से आ रहे तेज रफ्तार ट्रेलर ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बाइक के परखचे उड़ गए और पति-पत्नी व बेटी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया। दुर्घटना के बाद स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और एंबुलेंस बुलाकर सभी को अलीगढ़ के सरकारी अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने रोहित, ललिता और उजाला को मृत घोषित कर दिया। 9 साल का राजवीर जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है, जिसका इलाज जारी है।
जैमोहनी गाँव में पसरा मातम, परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
घटना की खबर मिलते ही गांव में मातम छा गया। मृतक रोहित की माँ इंद्रावती, जो गांव की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं, पहले से ही बीमार थीं और बेटे की मौत की खबर सुनकर बेसुध हो गईं। परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। गांव में रोहित को सभी एक मेहनती और मिलनसार युवक के रूप में जानते थे। ग्राम प्रधान राजेश ने बताया कि रोहित बहुत सरल स्वभाव का था और जब भी गांव आता, सबका हालचाल जरूर लेता था। बुधवार की शाम को उसके पिता शिवप्रसाद और ससुर शिवशंकर शव लेने अलीगढ़ रवाना हो गए। इस घटना ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है। हर कोई यही कह रहा है कि होली की खुशियाँ मनाने निकला परिवार, सफर में ही खत्म हो गया।
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