सालों से टूटी है चंद्रप्रभा बांध की रेलिंग, लगता है हादसे के बाद जागेगा विभाग

इस रास्ते से 12 गांवों के लोगों का होता है जाना-आना
बांध की मरम्मत के नाम पर नहीं होती पहल
ऐसी चीजों पर ध्यान नहीं देते हैं अधिकारी
चंदौली जिले के नौगढ़ इलाके में बने चंद्रप्रभा बांध को रेलिंग डेढ़ साल से टूटी हुई है। इससे दुर्घटना का खतरा बढ़ता रहा है, क्योंकि इसी रास्ते से रोजाना करीब 12 गांवों के लोगों का जाना-आना होता है। इसके बावजूद भी जिम्मेदार उदासीन रवैया अपनाए हुए हैं। बांध के पास राजदरी-देवदारी जलप्रपात स्थित है। यहां रोजाना पर्यटक विभिन्न जिलों से आते हैं। पर्यटकों में बच्चे, बुजुर्ग, युवा व महिलाएं आदि शामिल होते हैं। बांध से खूबसूरत नजारों को देखने के लिए लोग यहां पहुंच जाते हैं। रेलिंग न होने पर्यटकों के भी बांध में गिरने का खतरा बना रहता है।

आसपास के कई गांवों के लोगों का भी इस रास्ते से जाना-आना होता है। टूटी रेलिंग की लंबे समय से मरम्मत नहीं की गई है। इससे पर्यटकों तथा स्थानीय लोगों के गहरे पानी में गिरने की आशंका बनी रहती है। पर्यटक अनिल मौर्य, उमाशंकर मौर्य व कई स्थानीय लोगों का कहना था कि विभागीय अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त रखने में कोई रुचि नहीं दिखा रहे हैं। उधर, पिछले साल चंद्रप्रभा बांध की मरम्मत के लिए करोड़ों रुपये की धनराशि आई हुई थी। इससे बांध के रिसाव बंद करने और मरम्मत कार्य कराए जाने थे। इसके बावजूद रिसाव बंद नहीं हो पाया है। क्षतिग्रस्त रेलिंग आदि की मरम्मत नहीं हो पाई थी। इसी रास्ते आने जाने वाले लोगों ने कहा कि हम लोग इसी बांध के ऊपर के रास्ते से आते जाते हैं। एक दो नहीं बल्कि 12 से ज्यादा गांवों के लोगों का जाना-आना होता है। कभी भी रेलिंग के अभाव में हादसा हो सकता है। विभाग व जिले के अफसरों को ध्यान देना चाहिए।
इस सम्बंध में सिंचाई विभाग के एक्सईएन सर्वेश चंद्र सिन्हा ने बताया कि बांध के ऊपर से आने जाने वाले मार्ग पर पत्थर की रेलिंग क्षतिग्रस्त होने की जानकारी नहीं है। मामले की जांच कराई जा रही है। जांच के बाद पत्राचार किया जाएगा। धनराशि मिलने के बाद मरम्मत कार्य शुरू होगा।

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