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वनवासी समाज के बीच हिनौत घाट गांव में मनाया गया दीपोत्सव का कार्यक्रम

वनवासी समाज को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि क्षेत्रीय विधायक कैलाश आचार्य किसी भी सामाज के उत्थान के लिए शिक्षा का महत्वपूर्ण योगदान होता है। शिक्षित होकर ही हम अपने समाज व परिवार को प्रगति के मार्ग पर आगे ले जा सकतें हैं।
 

बाल दिवस के पहले हर साल होता है आयोजन

हिनौत घाट गांव में एक दिवसीय गोष्ठी आयोजित

60 बच्चों में शिक्षा व 130 वनवासी परिवारों में दिवाली सामग्री वितरित

चंदौली जिले में गुरुवार को पूर्वांचल पोस्ट फाउंडेशन उत्तर प्रदेश द्वारा नौगढ़ के नक्सल प्रभावित हिनौतघाट गांव प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी दिपावली व बाल दिवस के पूर्व संध्या पर वनवासी समाज व शिक्षा विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजित कर दीपोत्सव का कार्यक्रम मनाया गया।

गोष्ठी का शुभारंभ मुख्य अतिथि क्षेत्रीय विधायक कैलाश खरवार व विशिष्ट अतिथि चेयरमैन गौरव श्रीवास्तव व विशिष्ट अतिथि डिप्टी रेंजर आनंद दुबे ने संयुक्त रूप से बने रंगोली में दीप प्रज्वलित कर किया। साथ ही गोष्ठी के उपरांत कुल 60 बनवासी बच्चों में शिक्षा सामग्री का वितरण किया गया तो वही 130 बनवासियों में दिवाली मनाने के लिए मिठाई, दीपक सहित अन्य सामग्री भी वितरित की गई।
 Deepotsava programme
बता दें कि दिपावली व बाल दिवस के पूर्व संध्या पर पिछले 7 वर्षों से लगातार नौगढ़, चकिया सहित पिछ़डे क्षेत्रों में पहुंचकर दीपोत्सव व शिक्षा उन्नयन गोष्ठी आयोजित करता है। इसी क्रम में दूसरी बार नक्सल प्रभावित नौगढ़ क्षेत्र के हिनौत घाट गांव में वनवासी समाज व शिक्षा विषय पर संगोष्ठी आयोजित कर दीपोत्सव का कार्यक्रम किया गया।

वनवासी समाज को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि क्षेत्रीय विधायक कैलाश आचार्य किसी भी सामाज के उत्थान के लिए शिक्षा का महत्वपूर्ण योगदान होता है। शिक्षित होकर ही हम अपने समाज व परिवार को प्रगति के मार्ग पर आगे ले जा सकतें हैं। मैंने वर्षों तक शिक्षक के रुप में छात्रों को शिक्षित किया हूं। जो आज विभिन्न स्थानों पर अपनी सेवा दे रहे हैं। शिक्षक की भूमिका निभाते हुए मैं 1989 से वनांचल क्षेत्र में वनवासी समाज बीच बैठकर बच्चों को शिक्षा व राष्ट्र के प्रति जागरुक करता रहा हूं।

उन्होंने कहा कि समाज में एक बुराई जो नशा के रुप में फैली हुई है। इस दीपोत्सव में शपथ लें कि अपने बच्चों के सुनहरे भविष्य व परिवार को प्रगति के मार्ग पर आगे बढ़ाने के लिए शराब को त्याग देंगे, और हम अपने बेटियों को पढ़ायेंगे। जिससे वे दो परिवारों को शिक्षित कराने में विशेष योगदान देती हैं। हमारी सरकार दीन दयाल जी के सिद्धांतों पर आगे चलते हुए समाज के अंतिम व्यक्ति तक प्रधामनमंत्री जी व मुख्यमंत्री जी योजनाओं को पहुंचा रहे हैं।

Deepotsava programme

वहीं चेयरमैन गौरव श्रीवास्तव ने कहा कि शिक्षा बेहद जरूरी है। शिक्षा के बगैर हमें निरर्थक जीवन जीना होगा। कहा कि केंद्र व प्रदेश की सरकार शिक्षा ग्रहण करने के लिए तमाम नई-नई योजनाएं चल रही हैं। ताकि पिछड़े क्षेत्र के वनवासी, गरीब, मजदूर के बच्चे अच्छी शिक्षा ग्रहण कर वह अपनी ऊंचाइयों को छू सके व अपने हक की लड़ाई लड़ सकें।

वहीं डिप्टी रेंजर आनंद दुबे ने कहा कि वनवासी बच्चों को शिक्षा ग्रहण करना बेहद जरूरी है। ताकि वनवासी बच्चे भी अपने हक पर काबिज होकर देश व समाज की सेवा कर सके। इस समाज के लिए प्रदेश व केंद्र की सरकार भी तमाम प्रकार की शिक्षा से संबंधित योजनाएं चल रही है। जिसका लाभ उठाकर साधारण से लेकर तकनीकी शिक्षा को भी ग्रहण कर सकते हैं।

गोष्ठी के दौरान 60 वनवासी बच्चों में शिक्षा से संबंधित सामग्रियों का वितरण किया गया। जिसमें पेन, पेंसिल, रबर, कटर, ड्रम बॉक्स, सिलेट बैग आदि वितरित किया गया। वही कुल 130 वनवासियों में दिवाली मनाने के लिए दिवाली की पूर्व संध्या पर दिवाली से संबंधित सामग्रियों का विवरण किया गया। जिसमें तेल, मोमबत्ती, अगरबत्ती, लाई, चूड़ा सहित मिट्टी के दिये, खिलौने तमाम सामग्रियों का वितरण किया गया। ‌

इस दौरान साहू चौपाल के पूर्वांचल अध्यक्ष अनिल साहू, वरिष्ठ भाजता नेता डा. कुंदन गोड़, मंडल महामंत्री संदीप उर्फ आशु गुप्ता, अनिल सिंह, चंद्रप्रभा चौकी इंचार्ज लल्लन राम बिंन्द, रामदुलारे गोड़, प्रबंधक प्रशांत कुमार, कोषाध्यक्ष अमरदीप, मनोज कुमार, लव सोनकर, राकेश, रिपुवन सहित गांव के ग्रामीण व बच्चों भारी संख्या में मौजूद रहे।

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