बर्ड फ्लू के खतरे से निपटने हेतु डीएफओ का बड़ा एक्शन, यह हो रही है कार्रवाई
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चंदौली जिले के डीएफओ दिनेश सिंह के द्वारा प्रदेश के कानपुर में फैले बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए वायरस की रोकथाम और बचाव को लेकर प्रभाग के वनाधिकारीयो को अभियान तेज करने का निर्देश दिया गया है। इसी के मद्देनजर शुक्रवार को डीएफओ ने नौगढ़ के चंद्रप्रभा सेंचुरी का निरीक्षण करने के बाद चंदौली समाचार को बताया कि प्रभाग अंतर्गत सभी वेटलैंड में जंगली और प्रवासी पक्षियों पर दूरबीन से नजर रखी जा रही है। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए टीमें तैयार हैं। अब तक जिले में बर्ड फ्लू से संबंधित एक भी मामला सामने नहीं आया है। चंद्रप्रभा सेंचुरी में निरीक्षण करने पहुंचे डीएफओ ने बर्ड फ्लू से बचाव के उपायों के संबंध में वन क्षेत्राधिकारी चन्द्रप्रभा बृजेश पांडे तथा वन क्षेत्राधिकारी नौगढ़ रिजवान खान से जानकारी लिया।
उनके साथ उप प्रभागीय वनाधिकारी चकिया धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए आरक्षित वन क्षेत्र के वेटलैंडो में लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। साथ ही पक्षियों के मरने पर तुरंत सूचना देने की बात कही गई है। बताया कि बर्ड फ्लू के संबंध में जगह-जगह होर्डिंग और बैनर आदि से प्रचार भी किया जा रहा है। वन विभाग की टीमें पक्षियों पर दूरबीन से नजर रख रही है।
डीएफओ रामनगर ने बताया कि ठंड के मौसम में प्रवासी पक्षी आते हैं। वर्तमान में करीब 500 प्रवासी पक्षी सेंचुरी के अलावा विभिन्न वेटलैंड में मौजूद हैं। ऐसे में एहतियात बरतना आवश्यक है। बर्ड फ्लू को लेकर लोगों में कई तरह की भ्रांतियां हैं। आने वाले प्रवासी पक्षी झुंड में रहते हैं। ऐसे में बर्ड फ्लू से एक नहीं कई पक्षी एक साथ मरेंगे। चंदौली जिले में अभी तक एक भी बर्ड फ्लू का केस नहीं मिला है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि यदि एक स्थान पर कई पक्षी मरे हुए पाए जाएं तो तत्काल प्रशासन को सूचना दें।
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