जिले का पहला ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टलMovie prime

राजा को पता नहीं.. मुसहर वन बांट लिए, नौगढ़ में यह कहावत हो रही है सच

नायब तहसीलदार प्रभुनाथ यादव इस मामले की तहकीकात में जुट गए हैं। प्रारंभिक जांच में तहसील के एक अधिवक्ता और एक कर्मचारी पर शक की सुई घूम रही है।
 

नौगढ़ में फर्जी पट्टे का खेल है जारी

एसडीएम की मुहर लगाकर बनाई गई पत्रावली

एक अधिवक्ता और तहसील के बाबू का नाम आ रहा है सामने

चंदौली जिले के तहसील नौगढ़ में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने प्रशासनिक हलकों में हलचल मचा दी है। विकास खंड नौगढ़ के मरवटिया गांव निवासी संत कुमार पांडेय के नाम पर नवीन परती भूमि का फर्जी पट्टा जारी किया गया। पत्रावली पर एसडीएम कुंदन राज कपूर के दस्तखत और मुहर का इस्तेमाल किया गया, लेकिन मामला सामने आते ही हड़कंप मच गया।

बताया जा रहा है कि एसडीएम कुंदन राज कपूर ने फौरन जांच के आदेश दिए। नायब तहसीलदार प्रभुनाथ यादव इस मामले की तहकीकात में जुट गए हैं। प्रारंभिक जांच में तहसील के एक अधिवक्ता और एक कर्मचारी पर शक की सुई घूम रही है। बताया जा रहा है कि संत कुमार ने कभी इस पट्टे के लिए आवेदन ही नहीं किया था। ऐसे में सवाल उठता है कि उनके आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज तहसील तक पहुंचे कैसे?

fake land patta

नायब तहसीलदार और हल्का लेखपाल विपिन कुमार मरवटिया गांव पहुंचे, संत कुमार ने साफ-साफ कहा, "मैंने पट्टे के लिए कोई आवेदन नहीं दिया।" अब तहसील प्रशासन के लिए यह रहस्य बन गया है कि उनके नाम से यह फर्जी पट्टा कैसे तैयार किया गया।

दस्तावेज तैयार करने का मास्टर प्लान

जांच पड़ताल कर रहे अधिकारियों का मानना है कि दस्तावेजों को बेहद कुशलता और गहरी साजिश के तहत तैयार किया गया। किसी ने पूरी प्लानिंग के साथ संत कुमार के नाम का उपयोग किया और प्रशासन को गुमराह किया। एसडीएम कुंदन राज कपूर ने स्पष्ट किया है, "जांच पूरी होते ही दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।" तहसील नौगढ़ में ये मामला अब चर्चा का केंद्र बन गया है, और हर कोई जानना चाहता है कि यह फर्जीवाड़ा अंजाम देने वाले आखिर कौन लोग हैं।

तहसील नौगढ़ में कौन है खिलाड़ी

1- संत कुमार के दस्तावेज आखिरकार तहसील तक कैसे पहुंचे..इसमें कौन-कौन शामिल हैं..?

2- क्या तहसील के भीतर के किसी कर्मचारी की भी इसमें मिलीभगत है ?

3- आखिर यह फर्जीवाड़ा क्यों किया गया है.. क्या यह किसी बड़े रैकेट का हिस्सा है?

अब जांच  रिपोर्ट का हर किसी को बेसब्री से इंतजार है। इस खुलासे के बाद तहसील में चल रही अन्य गतिविधियों पर भी सवाल उठने लगे हैं। देखना होगा कि जांच के बाद प्रशासन कितनी तेजी से दोषियों पर शिकंजा कसता है।

चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*