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किसानों से अधिक ठेकेदारों पर ध्यान, मछली मारने के लिए बहा देते हैं औरवाटाड़ बांध का पानी

चंदौली जिले के नौगढ़ में औरवाटाड़ बांध का ठेकेदार ने मछली आखेट के लिए पानी खाली कर रहे हैं। बांध से हजारों एकड़ फसलों की सिंचाई भी होती है। 
 

  सिंचाई विभाग के अधिकारी नहीं दे रहे हैं ध्यान

मछली मारने वाले ठेकेदारों की मनमानी जारी

औरवाटांड बांध को खाली करवा रहे हैं मछली मारने वाले लोग

पानी के लिए तरसेंगे जंगली जानवर और स्थानीय किसान 

चंदौली जिले के नौगढ़ में औरवाटाड़ बांध का ठेकेदार ने मछली आखेट के लिए पानी खाली कर रहे हैं। बांध से हजारों एकड़ फसलों की सिंचाई भी होती है। जंगली जानवर पानी पीने के लिए भी बांध की तलहटी में आते हैं। बांध का पानी खाली हो जाने से जंगली जानवरों को पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ेगा। इसकी शिकायत क्षेत्रवासियों ने चकिया विधायक कैलाश आचार्य से किया। कैलाश आचार्य ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को अवगत कराया। शनिवार को सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता इंद्रमणि पाल, चीफ इंजीनियर व सिंचाई विभाग के कर्मचारियों के साथ पहुंचकर बांध का जायजा लिया और बताया कि बांघ का सीट सही करने के लिए बांध का पानी खाली कराया जा रहा है। 

चकिया विधायक कैलाश आचार्य के नौगढ़ के प्रतिनिधि अश्वनी पांडे भी किसानों के साथ मौके पर पहुंच गए थे और बताया कि किसानों के लिए बांध का पानी नहीं खोला गया और मछली के आखेट के लिए बांध का पानी खोला जा रहा है। क्षेत्रवासियों ने आरोप लगाया कि दिसंबर के महीने में धान की फसल जब पककर तैयार हो गई थी तो बांध के पानी से धान की फसल डूब गई थी। तब खोलने के लिए सिंचाई विभाग के अधिकारियों को अवगत कराया गया था, विधायक को भी शिकायत की गई थी। 


विधायक के कहने के बाद भी बांध का पानी नहीं खोला गया। एक सप्ताह से मछली ठेकेदार व सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता के मिलीभगत से संपूर्ण बांध का पानी बहाकर मछली ठेकेदार को लाभ पहुंचाया जा रहा है। जल जीवन मिशन द्वारा अन्य गांव में भी बांध से ही स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति होनी है। लेकिन ठेकेदार की मनमानी के चलते पूरे बांध का पानी खाली हो रहा है। बांध का पानी खाली हो जाने से मगरमच्छ सहित लाखों जानवर जलाशय के बाहर दिखने लगेंगे और बहुत से जानवर पानी के अभाव में दम तोड़ देंगे। अब गर्मी भी प्रारंभ होने वाली है।


 क्षेत्र के जंगली जानवर बांध के तलहटी में रहकर बांध का ही पानी पीते हैं। तब उनके लिए सबसे बड़ी विकट समस्या जाएगी। सहायक अभियंता इंद्रमणि पाल व चीफ इंजीनियर ने बताया कि बांध का सीपेज सही करने के लिए नाली का निर्माण कराया जाना है। इसके लिए बांध का पानी खाली कराया जा रहा है।

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