ऐसा भी होता है : नौगढ़ में आरक्षण की सूची देख कई लोगों ने दी बली, कुछ की बच गयी जान
tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show
चंदौली जिले के तहसील नौगढ़ में ग्राम प्रधान बनने का बहुतों का सपना टूट गया। वहीं कई नए दावेदार मैदान में उतरने को लेकर अपनी तैयारी में लग गए।
ब्लाक नौगढ़ पर आरक्षण की सूची चस्पा होते ही कई बकरों को अपनी जान गंवानी पड़ी। भावी प्रधानों के समर्थक मंदिरों में पहुंचकर बकरों की बलि भेंट स्वरूप देने के बाद आशीर्वाद प्राप्त किया। प्रत्याशियों के परिजन सुख उतारने के लिए बकरे लेकर जंगलों में स्थित मंदिर में पहुंचे थे, बकरों की बलि देने के बाद कुछ लोग इन बकरों को अपने साथ ले गए इस दौरान कुछ बकरों को कान काटने के बाद ऐसे ही छोड़ दिया गया।
बकरों की बलि के दौरान समर्थक मां भगवती से ज्यादा अपने भावी प्रधान का जयकारा लगा रहे थे। आरक्षण सूची को जानने के लिए दिन भर विकास खंड मुख्यालय पर लोगों की भीड़ लगी रही। सूची जारी होने से पहले गांव के लोग तरह-तरह के कयास लगाते रहे। नौगढ़ में आरक्षण सूची जारी होने के बाद अब प्रधान पद व क्षेत्र पंचायत सदस्यों के दावेदारों की तस्वीर लगभग साफ हो गई है प्रधान व क्षेत्र पंचायत सदस्य पद के दावेदार अपने गांवों में ताल ठोकने व वोट के गुणा भाग में लग गए। अब दावेदार लोगों के घर-घर जाकर अपने लिए माहौल बना रहे हैं।
5 साल तक दबंगई करने वाले कई ग्राम प्रधान बिना चुनाव लड़े ही मैदान से बाहर हो गए हैं । कई दावेदार चुनाव के क्रिकेट में चौका, छक्का लगाने के लिए मैदान में उतरने की तैयारी में लग गए। बहुत से समर्थक बकरों को घर से फूलों की माला पहनाकर और उनके सिर पर लाल पीले सिंदूर से टीके लगाकर मंदिर में पहुंचे थे।
चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*