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नौगढ़ में काकोरी काण्ड की शताब्दी पर छात्र छात्राओं ने निकाली रैली

ट्रेन रुकते ही क्रांतिकारी पंडित राम प्रसाद बिस्मिल ने पंडित चंद्रशेखर आजाद और अन्य साथियों की मदद से ट्रेन में छापा मारकर सरकारी खजाने को लूट लिया था।
 

शहीदों क लगाए नारे

शहीद स्मारक पर किया श्रद्धांजलि

चंदौली जिले के तहसील नौगढ़ में राजकीय इंटर कॉलेज के छात्र छात्राओं ने बृहस्पतिवार को काकोरी कांड की शताब्दी पर कालेज से कस्बा नौगढ़ में नारे लगाते हुए खंड विकास कार्यालय परिसर तक रैली निकाली। विकास खंड परिसर में अध्यापक और छात्र-छात्राओं ने शहीद स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि दिया और राष्ट्रगान भी गाया।

 कालेज के अध्यापक गंगासागर ने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के क्रांतिकारियों द्वारा काकोरी कांड की घटना 9 अगस्त 1925 को हुए ब्रिटिश राज के खिलाफ युद्ध में हथियार खरीदने के लिए एक ट्रेन से ब्रिटिश सरकार के खजाने को लूटने की थी। हिन्दुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन के केवल दस सदस्यों ने घटना को अंजाम दिया था। शाहजहांपुर में राम प्रसाद बिस्मिल ने क्रांतिकारियों द्वारा चलाए जा रहे स्वतंत्रता आंदोलन को रफ्तार देने के लिए धन की तत्काल व्यवस्था की आवश्यकता के बारे में ब्रिटिश सरकार के खजाने को लूटने की योजना बनाई थी। अशफाक उल्ला खान नेतृत्व में लखनऊ जिले के काकोरी रेलवे स्टेशन से सहारनपुर लखनऊ पैसेंजर ट्रेन को चेन खींचकर रोक दिया गया था। ट्रेन रुकते ही क्रांतिकारी पंडित राम प्रसाद बिस्मिल ने पंडित चंद्रशेखर आजाद और अन्य साथियों की मदद से ट्रेन में छापा मारकर सरकारी खजाने को लूट लिया था।

Kakori kand shatabdi Rally

 ट्रेन को लूटने के लिए क्रांतिकारियों के पास पिस्तौलों के अलावा चार जर्मन निर्मित माउजर भी थे। जिनके बट में कुंडा लगा लेने से यह एक छोटी सुतलित राइफल की तरह दिखती थी और सामने वाले के मन में भय पैदा करती थी।

बताया गया कि काकोरी कांड के बाद उनकी पार्टी हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन के कुल 40 क्रांतिकारियों ने ब्रिटिश सरकार के खिलाफ सशस्त्र युद्ध करने सरकारी खजाने को लूट और यात्रियों की हत्या का मामला शुरू किया, जिसमें राजेंद्र नाथ लाहिड़ी, पंडित राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खान और ठाकुर रोशन सिंह उन्हें मौत की यानी फांसी की सजा सुनाई गई थी।

Kakori kand shatabdi Rally
इस मामले में 16 अंत में क्रांतिकारियों को न्यूनतम 4 वर्ष को लेकर अधिकतम काला पानी आजीवन कारावास की सजा दी गई थी।

इस मौके पर खंड विकास अधिकारी अमित कुमार ने छात्र- छात्राओं को काकोरी काण्ड के बलिदानों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए उनको आजादी के आंदोलन की कहानी याद दिलायी।

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