घूसखोर लेखपाल के खिलाफ कार्रवाई न होने पर भड़के वकील, न्यायिक कार्य ठप करने का ऐलान

लेखपाल की वसूली का वायरल हुआ है ऑडियो
नौगढ़ तहसील बनी हुयी है रिश्वतखोरी का अड्डा
गरीब जनता हो रही है परेशान
कान में तेल डालकर सो रहे अफसर
चंदौली जिले के नौगढ़ तहसील में घूसखोरी का खेल खुलेआम चल रहा है और अब अधिवक्ताओं का गुस्सा फूट पड़ा है। मुख्य चुनाव अधिकारी विनोद कुमार की अध्यक्षता में बुधवार को बार एसोसिएशन नौगढ़ ने एक आपात बैठक बुलाई, जिसमें तहसील के भ्रष्ट लेखपाल अरविंद कुमार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई।

अधिवक्ताओं का आरोप है कि तहसील में लेखपाल बिना रिश्वत के कोई काम नहीं करते और जब कोई सवाल नहीं उठाए, तो अभद्रता पर उतर आते हैं। हाल ही में अधिवक्ता बाबूलाल शर्मा ने जब इसकी घूसखोरी पर सवाल उठाया, तो उसने दुर्व्यवहार किया, जिससे वकीलों में भारी रोष है।
बार एसोसिएशन ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक इस घूसखोर लेखपाल पर कार्रवाई नहीं होती, सभी अधिवक्ता न्यायिक कार्य का बहिष्कार करेंगे। वकीलों ने कहा कि तहसील अब घूसखोरी का अड्डा बन चुकी है। चाहे जमीन की नापी हो या निवास और आय प्रमाण पत्र का सत्यापन—हर जगह रिश्वत की मांग की जाती है। आम जनता और दूर-दराज से आए मुवक्किल चक्कर काटते रहते हैं, लेकिन बिना पैसे दिए कोई काम नहीं होता।
अधिवक्ताओं ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही इस भ्रष्टाचार पर रोक नहीं लगी और दोषी लेखपाल के खिलाफ कठोर कार्रवाई नहीं हुई, तो आंदोलन को और उग्र किया जाएगा। यह मामला एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार अब उच्च अधिकारियों तक पहुंचा दिया गया है, और अधिवक्ता किसी भी कीमत पर पीछे हटने को तैयार नहीं हैं।
बैठक में सत्यानंद तिवारी, हेमंत मौर्य, विमलेश, राजकुमार, कमला सिंह, अजीत कोल, रवि सहित कई वरिष्ठ अधिवक्ता मौजूद रहे।
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