खसरा बनाने के नाम पर लेखपाल राजीव सिंह कर रहा वसूली
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चंदौली जिले में खसरा बनाने के लिए शासन स्तर से महज ₹5 शुल्क निर्धारित की गई है, लेकिन चाय पान के नाम पर लेखपाल द्वारा ₹20 तक ले लिए जाते हैं और लोग राजी खुशी दे भी देते हैं ।
आपको बता दें कि नौगढ़ तहसील का लेखपाल इसी काम के नाम पर रू150 से रू200 की वसूली कर रहा है । लेखपाल अपने भ्रष्टाचार में शासन को भी लपेट रहा है । लेखपाल का कहना है कि यह पैसा वैधानिक है और राजस्व में जमा होता है । सुविधा शुल्क लेते लेखपाल का वीडियो भी वायरल हो रहा है । इससे तहसील के अधिकारी भी असहज नजर आ रहे हैं।
जो वीडियो वायरल हो रहा है उसमें चकरघट्टा का लेखपाल राजीव सिंह द्वारा कि खसरा बनाने के नाम पर किसानों से खुलेआम रू150 से रू200 की वसूली करता है । विरोध करने पर कहता है कि यह लीगल पैसा है और शासन की ओर से यही निर्धारित है।
इस तरह शासन को खुलेआम बदनाम कर रहा लेखपाल तहसील में चर्चा का विषय बना हुआ है । यह बात सबको पता है कि शिवाय एसडीएम और तहसीलदार के ।
इस संबंध में नगर एसडीएम डॉ अतुल कुमार गुप्ता और तहसीलदार लालता प्रसाद से वार्ता हुई तो उन्होंने बताया कि ऐसा कोई भी मामला मेरे संज्ञान में नहीं आया है । खसरा बनाने के लिए रू150 से रू200 शुल्क नहीं लिया जाता है। यदि वसूली हो रही है तो इसकी जांच कर उचित कार्यवाही की जाएगी।
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