चंदौली जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नौगढ़ में मिल रही शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए सोमवार को तहसीलदार नौगढ़ ने छापा मारा गया । छापेमारी के बाद से स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया। यहां एसीएमओ, अधीक्षक, सहित कई कर्मचारी नदारद मिले। कोविड-19 का स्टाफ भी गायब मिला। जांच में एंटी रेबीज इंजेक्शन लगाने के लिए सीरीज की कमी, गंदगी सहित तमाम अनियमितताएं सामने आईं।
बताते चलें कि जिलाधिकारी संजीव सिंह के निर्देश पर सुबह करीब 10 बजे तहसीलदार लालता प्रसाद ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नौगढ़ का औचक निरीक्षण किया। जिलाधिकारी के दूत के रूप में तहसीलदार लालता प्रसाद ने सबसे पहले उपस्थिति रजिस्टर चेक किया। निरीक्षण में एसीएमओ डॉ एस के विश्वास, अधीक्षक अवधेश पटेल, एचइओ उमेश प्रसाद, एनम किरन कुमारी, जितेंद्र यादव, अविनाश कुमार, कोविड-19 से दीपक त्यागी अन्य कर्मचारी अनुपस्थित रहे। महिला चिकित्सक रेनू गुप्ता अवकाश पर थी।
इस दौरान प्रसूता को थप्पड़ मारने वाली संविदा की एनम सुशीला मौर्य 1 हफ्ते से गायब थी। उन्होंनेऔषधि भंडारण कक्ष का निरीक्षण किया। यहां एंटी रेबीज इंजेक्शन लगाने के लिए सिरिंज ना होने पर फटकार लगाई तथा मौजूद डॉ राजू पटेल से सायं काल तक मुख्यालय से मंगाने को कहा। अनुपस्थित डॉक्टरों के बारे में बताया गया कि, उनका डे-आफ है या इमेरजेंसी ड्यूटी दो बजे से है। इलाज कराने आए मरीजों से अस्पताल की सेवाओं के बारे में भी पूछताछ किया।
तहसीलदार ने चंदौली समाचार को बताया कि जांच की रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी जा रही है।
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