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नौगढ़ में बिजली गिरने से मर गए थे कई जानवर, पशु पालक को मिलेगा सरकार से मुआवजा

इस तेज बिजली की चपेट में आने से  बकरियों ने तुरंत दम तोड़ दिया, काफी देर तक जब बकरियां घर नहीं लौटीं, तो पशुपालक जंगल में खोजने निकले,‌ उन्होंने मृत बकरियों का दर्दनाक दृश्य देखा।
 

औरवाटाड़ गांव में दर्दनाक हादसा

बिजली गिरते ही गिरी 11 बकरियां

तीन मवेशियों की भी मौत हुई

पशुपालकों मांग रहा है सरकार व प्रशासन से मदद

SDM ने कहा मिलेगा मुआवजा

चंदौली जिले में तहसील नौगढ़ के औरवाटाड़ गांव में सोमवार की शाम हुई तेज बारिश और वज्रपात ने पशुपालकों के लिए भयंकर तबाही मचा दी। इसी दौरान 11 बकरियों और 3 मवेशियों की बिजली गिरने से दर्दनाक मौत हो गई। मृत पशुओं की सूचना मिलते ही एसडीएम और पशु चिकित्साधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। 

बताया जा रहा है कि जब भारी बारिश और कड़कती बिजली के बीच सर्दी पुत्र मुस्तकीम की छह बकरियां और ओमप्रकाश पुत्र सुखनंदन की पांच बकरियां जंगल में चर रही थीं, तभी अचानक बिजली गिर गई। इस तेज बिजली की चपेट में आने से  बकरियों ने तुरंत दम तोड़ दिया, काफी देर तक जब बकरियां घर नहीं लौटीं, तो पशुपालक जंगल में खोजने निकले,‌ उन्होंने मृत बकरियों का दर्दनाक दृश्य देखा।

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एसडीएम के निर्देश पर पोस्टमार्टम और प्रारंभिक जांच के लिए पशु चिकित्सक डॉ. कमलेश सिंह और लेखपाल राजीव सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने पंडी गांव में लालजी खरवार की तीन मवेशियों के मौत की जांच कर उनका पोस्टमार्टम किया। इसके बाद साबिर और ओमप्रकाश की 11 बकरियों का पोस्टमार्टम किया गया। पशु चिकित्सक ने स्पष्ट किया कि सभी मौतें वज्रपात के कारण हुई हैं और किसी अन्य बीमारी या कारण से नहीं हुई।

प्रशासन की ओर से मुआवजे का ऐलान

हल्का लेखपाल राजीव सिंह ने बताया कि मृत पशुओं की रिपोर्ट तहसील को भेज दी गई है। एसडीएम विकास मित्तल ने कहा कि वज्रपात जैसी दैवीय आपदा में प्रशासन प्रभावित पशुपालकों की हर संभव मदद करेगा। उन्होंने बताया कि दैवीय आपदा के अंतर्गत मृत पशुओं के मालिकों को उचित मुआवजा उपलब्ध कराया जाएगा।
पशुपालकों से अपील करते हुए कहा कि वे अपने मवेशियों को बारिश और तूफानी मौसम में सुरक्षित स्थान पर रखें, ताकि भविष्य में ऐसे हादसे से बचा जा सके।

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