जिले का पहला ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टलMovie prime

नौगढ़ में मोबाइल नेटवर्क ठप, लोग बोले- टावर के डीजल की चोरी करने वाले नहीं चलातें हैं जनरेटर

ग्रामीणों का आरोप था कि वह लगातार टावर से डीजल निकालकर बेच देता है, जिससे नेटवर्क ठप हो जाता है। थाने में पहुंचने के बाद ऑपरेटर ने ग्रामीणों से क्षमा मांगी, तब जाकर उसे छोड़ा गया।
 

जियो, एयरटेल और बीएसएनएल सभी सेवाएं ठप

महीनों से कॉल और इंटरनेट पूरी तरह बंद

ऑनलाइन पढ़ाई करने वाले छात्र सबसे ज्यादा परेशान

आपातकालीन 108/102 और 112 सेवा प्रभावित

चंदौली जिले की तहसील नौगढ़ मे‌ं मोबाइल नेटवर्क की हालत बद से बदतर हो चुकी है। जियो, एयरटेल और बीएसएनएल सभी कंपनियों के टावर ठप्प पड़े हैं, जिससे कॉल करना, इंटरनेट चलाना और जरूरी काम निपटाना तकरीबन नामुमकिन हो गया है। नागरिकों का कहना है कि महीनों से यही स्थिति है, लेकिन कंपनियां सिर्फ आश्वासन देकर चुप हैं। हालात यह हैं कि लोग अपने रिश्तेदारों से समय पर बात तक नहीं कर पा रहे और जरूरी संदेश भी देर से पहुंच रहे हैं।

आपको बता दें कि विकास खंड नौगढ़ में नेटवर्क की बदहाली का सबसे ज्यादा खामियाजा बच्चों को भुगतना पड़ रहा है। ऑनलाइन क्लास से जुड़ना तो दूर, कई बार नोट्स और असाइनमेंट अपलोड भी नहीं हो पाता। इंटरनेट की धीमी स्पीड से वर्चुअल क्लास बार-बार टूट जाती है। छात्रों का कहना है कि इस वजह से उनकी पढ़ाई अधूरी रह रही है और भविष्य अंधकारमय हो रहा है। कई अभिभावकों ने कहा कि वे मजबूरी में अपने बच्चों को गांव से बाहर रिश्तेदारों के यहां भेजने पर विचार कर रहे हैं, ताकि उनकी पढ़ाई बची रह सके।

लोगों का आरोप – ऑपरेटर  करते हैं, डीजल चोरी 

कस्बा नौगढ़ निवासी बाबू केशरी, कल्लू, रामचंद्र राम, सियाराम, सागर गुप्ता, गणेश विश्वकर्मा  का कहना है कि जब बिजली आती है तो टावरों को बैकअप से चलना चाहिए, लेकिन डीज़ल की चोरी के चलते टावर चालू नहीं होते। यही वजह है कि कभी-कभी पूरा दिन नेटवर्क गायब रहता है। लोगों ने यह भी कहा कि कई बार कंपनियों के टोल-फ्री नंबरों पर शिकायत की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। ग्रामीणों का कहना है कि कंपनियां हर महीने भारी-भरकम बिल तो वसूल रही हैं, लेकिन सुविधा देने में पूरी तरह नाकाम साबित हो रही हैं।

कस्बा नौगढ़ में ऑपरेटर को बनाया गया था बंधक

डीजल चोरी से नेटवर्क की समस्या से जूझ रहे नाराज़ कस्बा के लोगों ने कुछ समय पहले एक ऑपरेटर को पकड़कर बंधक बना लिया था। ग्रामीणों का आरोप था कि वह लगातार टावर से डीजल निकालकर बेच देता है, जिससे नेटवर्क ठप हो जाता है। थाने में पहुंचने के बाद ऑपरेटर ने ग्रामीणों से क्षमा मांगी, तब जाकर उसे छोड़ा गया। लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि रोने, गिड़गिड़ाने और क्षमा मांगने के बावजूद यह खेल अब भी जारी है। आरोप है कि यह सब ऑपरेटर और ठेकेदार की मिलीभगत से हो रहा है और कंपनी की आंखों के सामने धंधा फल-फूल रहा है।

आपातकालीन सुविधा भी नहीं ले पाते ग्रामीण

मोबाइल नेटवर्क बंद होने की वजह से सबसे बड़ा संकट आपात स्थितियों में खड़ा हो रहा है। किसी की तबीयत बिगड़ जाए या कोई दुर्घटना हो जाए तो न तो पुलिस डायल 112 से संपर्क हो पाता है और न ही 108 या102 एम्बुलेंस तक कॉल पहुंचती है। नागरिकों ने इसे सुरक्षा और स्वास्थ्य दोनों के लिए गंभीर खतरा बताया। उनका कहना है कि नेटवर्क बंद होने से न केवल ग्रामीण परेशान हैं बल्कि व्यापारी और नौकरीपेशा लोग भी प्रभावित हो रहे हैं, जिनका रोजमर्रा का काम इंटरनेट पर निर्भर करता है।

कंपनियों के फर्जी दावे और जनता की नाराजगी

जियो कंपनी के टीएसएम (TSM) सुमित गुप्ता ने दावा किया है कि जल्द ही नेटवर्क की समस्या हल कर दी जाएगी। लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि अब वे आश्वासन पर भरोसा नहीं करेंगे। अगर तुरंत ठोस कदम नहीं उठाए गए तो वे सामूहिक रूप से सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने को मजबूर होंगे। उनका कहना है कि अब समस्या से समझौता नहीं किया जाएगा और जरूरत पड़ी तो कंपनी के अधिकारियों का घेराव भी किया जाएगा।

Tags

चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*