जिले का पहला ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टलMovie prime

आजादी के 75 साल बाद भी पुल का इंतजार, नाव से स्कूल जाते हैं छह गांवों के बच्चे, सांसद-विधायक जी कब सुनेंगे फरियाद

चंदौली जिले के नौगढ़ क्षेत्र स्थित कर्मनाशा नदी पर पुल नहीं बनने से छह गांवों के 100 से ज्यादा बच्चे रोजाना नाव पर सवार होकर नौगढ़ राजकीय इंटर कॉलेज में पढ़ने जाते हैं।
 

जनप्रतिनिधियों के आश्वासन के बावजूद पुल निर्माण अधूरा

नाव यात्रा से बच्चों के मन में डर और असुरक्षा का माहौल

छह गांवों के 100 से ज्यादा छात्रों की शिक्षा पर संकट

चंदौली जिले के नौगढ़ क्षेत्र स्थित कर्मनाशा नदी पर पुल नहीं बनने से छह गांवों के 100 से ज्यादा बच्चे रोजाना नाव पर सवार होकर नौगढ़ राजकीय इंटर कॉलेज में पढ़ने जाते हैं। पुल नहीं होने से उन्हें मजबूरी में खतरों से भरी यात्रा करनी पड़ती है।

आपको बता दें कि नौगढ़ के होरिला सेमर, पथरौल, मंगरही, शाहपुर, जमसोत गांव के लोग नदी पार कर आते जाते हैं। सैकड़ों बार शिकायतों के बाद जनप्रतिनिधियों ने पुल बनाने का आश्वासन तो दिया लेकिन वहां पुल का निर्माण नहीं हो सका। कई छात्र-छात्राओं को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इससे उनकी पढ़ाई भी प्रभावित होती है।

बताते चलें कि नौगढ़ के कोठीघाट निवासी निषाद पार्टी आईटी सेल जिलाध्यक्ष बाटेश्वर निषाद ने बताया कि गांव के बच्चे नदी के रास्ते विद्यालय जाने से डरते हैं। वो स्कूल नहीं जा पाते हैं। उन्होंने आगे कहा कि बच्चों के मन में डर का माहौल बना रहता है कि नाव पलट जाएगी। इसलिए बच्चे स्कूल नहीं जाते है।

इस संबंध में मगरही गांव की छात्रा नेहा यादव ने बताया कि स्कूली को छु‌ट्टी शाम चार बजे हो जाती है। लेकिन नाव के इंतजार में घंटे खड़ा रहना पड़ता है। नदी पार कर गांव जाने में रात हो जाती है। कभी-कभी बहुत डर लगता है।



 

चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*