नौगढ़ में ऐसे रहा है सड़क का निर्माण, जांच करने पहुंचे अफसर तो खुल गयी पोल
मोबाइल से मिली शिकायत तो डीएम ने बैठा दी जांच
मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार
गिट्टी में तारकोल की जगह डीजल का प्रयोग
सड़क बनाने के नाम पर खानापूर्ति
चंदौली जिले के तहसील नौगढ़ में प्रदेश सरकार द्वारा 15 जून से पहले सड़कों को गड्ढ़ामुक्त किए जाने के दावों की हवा निकल रही है। पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी भले ही जिले की सभी सड़कों की मरम्मत और गड्ढ़ामुक्त करने का दावा कर रहे है, लेकिन हकीकत कुछ अलग है। जिन सड़कों की मरम्मत हुई या गड्ढ़े भरे गए है, दो दिन बाद से ही उखड़ने लगे है। डीएम निखिल टीकाराम फुंडे ने मामले की जांच बैठा दी है। एसडीएम आलोक कुमार को संलिप्त ठेकेदारों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने को कहा है।
आपको बता दें कि शुरुआती दौर में विभागीय अधिकारी बजट न होने का रोना रोते रहे, बाद में सड़कों को आनन फानन में दुरुस्त कराने का काम तेज किया गया। सड़कों का मरम्मत करने में महज खानापूर्ति की जा रही है। शनिवार को सुबह नायब तहसीलदार मझगांई बस्ती में सड़क मरम्मत की जांच-पड़ताल करने पहुंचे तो गिट्टी ही गिट्टी मिली, कोलतार के साथ डीजल भी मिलाया गया था।
नौगढ इलाके की बसौली, हनुमानपुर, मरवटिया, अमदहां चरनपुर समेत जिन सड़कों का गड्ढ़ामुक्त और मरम्मत का काम कराया गया है वह सड़कें चार दिन मे उखड़ने लगी हैं। गिट्टी उखड़ने से लोगों में आक्रोश है। इसकी शिकायत सीएम पोर्टल पर किया है और जिलाधिकारी को मोबाइल पर जानकारी दी। लोगों का कहना है कि सड़कों के मरम्मत का कार्य खानापूर्ति कर बजट को ठिकाने लगाया जा रहा है।
एसडीएम आलोक कुमार ने चंदौली समाचार को बताया कि सड़कों के मरम्मत कार्य में तारकोल में डीजल का मिश्रण करके धांधली की शिकायत मिली है। टीम बनाकर जांच कराया जा रहा है। ठेकेदारों के विरुद्ध प्राथमिक की दर्ज कराएंगे।
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