नौगढ़ योग माया आश्रम अब बना 'राधा कृष्ण घाट', कालिया दाह का भी हुआ नामकरण

जल तपस्या और श्री हरि कथा ज्ञान यज्ञ में जुट रही है भक्तों की भीड़
चल रहा है भंडारा
आज से शुरू हो गया भजन-कीर्तन और रामचरितमानस का पाठ
चंदौली जिले के नौगढ़ तहसील में स्थित जयमोहनी पोस्ता गांव का योग माया आश्रम अब 'राधा कृष्ण घाट' के नाम से जाना जाएगा। इस ऐतिहासिक बदलाव के साथ ही चंद्रप्रभा नदी में दो धाराओं के बीच स्थित टीले का नाम 'कालिया दह' रखा गया है। यह निर्णय आश्रम में आयोजित एक विशेष बैठक में लिया गया, जिसमें स्वामी प्रदीपानंद महाराज के अलावा समिति के अध्यक्ष नरसिंह यादव, पूर्व प्रधान राम अचल यादव, गुड्डू यादव और गणमान्य लोग मौजूद रहे।

हरिकथा और जल तपस्या में जुट रहे हैं श्रद्धालु
हर सुबह 5 से 6 बजे तक स्वामी प्रदीपानंद महाराज की जल तपस्या श्रद्धालुओं का मुख्य आकर्षण बनी हुई है। भक्तों की लंबी कतारें उनकी तपस्या के दर्शन और आशीर्वाद लेने के लिए लग रही हैं। भक्तों का कहना है कि स्वामी जी का आशीर्वाद उनके जीवन में सुख-समृद्धि लाएगा।
आश्रम में भंडारा अनवरत जारी है, जहां श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण कर रहे हैं। 11 दिवसीय हरि कथा ज्ञान यज्ञ में साध्वी रानी पांडे द्वारा राम कथा के अलग-अलग आयामों को प्रस्तुत किया जा रहा है। भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह प्रसंग ने भक्तों को भाव-विभोर कर दिया। शिव-पार्वती की सुंदर झांकी के दर्शन के लिए भक्तों में विशेष उत्साह देखा गया। आश्रम में हरि कीर्तन और रामचरितमानस पाठ का आयोजन शुक्रवार रात से होगा। भक्त भंडारे का आनंद लेने के साथ, यज्ञ मंडप की परिक्रमा कर आशीर्वाद ले रहे हैं।
राधा कृष्ण घाट: नई पीढ़ी के लिए आध्यात्मिक प्रेरणा
इस नाम परिवर्तन और सांस्कृतिक आयोजनों से 'राधा कृष्ण घाट' अब सिर्फ एक आश्रम नहीं, बल्कि आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक बन गया है। इस ऐतिहासिक निर्णय के साथ, योग माया आश्रम न केवल एक आध्यात्मिक केंद्र के रूप में बल्कि सांस्कृतिक धरोहर के रूप में भी नई पहचान बना रहा है। भक्तों का मानना है कि चंदौली जिले का यह आध्यात्मिक स्थल अपनी नई पहचान के साथ न सिर्फ श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र बन रहा है, बल्कि नौगढ़ क्षेत्र के गौरव को भी बढ़ा रहा है।
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