कोटेदार की धोखाधड़ी से परेशान देवखत गांव के लोग, न जाने कब मिलेगा राशन
एफआईआर करके भूल गए अधिकारी
राशन दिलवाने के लिए कोई पहल नहीं
ग्रामीणों ने किया तहसील में विरोध-प्रदर्शन
चंदौली जिले के नौगढ़ तहसील के देवखत गांव में कोटेदार द्वारा राशन की कालाबाजारी का मामला सामने आने पर कोटेदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर, नजदीकी सस्ते गल्ले की दुकान से राशन उपलब्ध कराने का अधिकारियों के द्वारा आश्वासन दिया तो गया। लेकिन तीन दिन के बाद भी आधे से अधिक कार्ड धारकों को राशन नहीं मिला, जिससे ग्रामीण उग्र हो गए।
इस समस्या को लेकर समाधान दिवस पर सोमवार को ग्रामीणों ने तहसील में धरना प्रदर्शन और नारेबाजी की। ग्रामीणों का आरोप है कि सम्बद्ध दुकानों से राशन केवल कुछ लोगों को ही अब तक मिला। इससे पहले शुक्रवार को ग्रामीणों ने नौगढ़-चकिया मुख्य मार्ग को तीन घंटे जाम कर दिया था। उप जिलाधिकारी आलोक कुमार और पुलिस क्षेत्राधिकारी कृष्ण मुरारी शर्मा ने भरोसा दिलाया था कि राशन वितरण होगा, लेकिन कोटेदार रामसागर सिंह यादव ने सारा राशन बेच दिया था।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि जब तक जुलाई माह का राशन नहीं मिलेगा, धरना प्रदर्शन और चक्का जाम जारी रहेगा। प्रदर्शन में श्यामरति, मालती, उदासी देवी, संगीता, रामावती, लक्ष्मीना, सरस्वती, शीला, श्यामदेई, पार्वती, मराछी, चंद्रावती, सुशीला, चंचल, कलावती, मंगरी, लालती, शारदा, रंभा, निर्मला सहित सैकड़ों ग्रामीण शामिल थे।
कार्ड धारकों की संख्या और राशन का आवंटन
ग्राम पंचायत देवखत में 225 अंत्योदय और 209 पात्र गृहस्थी कार्ड धारक हैं। कुल 434 राशन फिलहाल केवल 15-20 कार्ड धारकों को राशन मिला है। गरीब ग्रामीण राशन के लिए तहसील का चक्कर लगा रहे हैं।
राशन के लिए संघर्ष
देवखत गांव की लक्ष्मीना देवी, रंभा , शारदा के साथ बस्ती की महिलाएं पिछले तीन दिनों से लगातार तहसील का चक्कर लगा रही हैं। उन्हें उम्मीद थी कि इस बार उन्हें राशन मिल जाएगा। लेकिन हर बार की तरह उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ा। लक्ष्मीना का कहना है कि हमारे पास खाने को कुछ नहीं है। बच्चे भूख से बिलख रहे हैं और अधिकारी सिर्फ आश्वासन दे रहे हैं। ऐसा कितने दिन चलेगा।
ग्रामीणों के लिए यह संघर्ष केवल राशन के लिए नहीं बल्कि उनके अस्तित्व के लिए है।
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