नौगढ़ में विवेकानंद की जयंती पर बौद्धिक संगोष्ठी, स्वयं सेवकों ने चलाया सफाई अभियान
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चंदौली जिले के तहसील नौगढ़ में स्वामी विवेकानंद की जयंती पर छात्र -छात्राओं ने परिसर के अंदर और बाहर साफ सफाई किया।इस अवसर पर राजकीय महाविद्यालय में आयोजित बौद्धिक संगोष्ठी में प्राचार्य डॉ रमेश कुमार सिंह ने कहा कि आज स्वामी विवेकानंद जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि सभी के घरों में शौचालय होना चाहिए तथा वे बेटा-बेटी में भेदभाव न करने का संकल्प लें।
असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ अनुराग सिंह ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने धर्म व समाज में फैली कुरीतियों को वेदाता व योग के माध्यम से दूर किया। उन्होंने सन 1893 में अमेरिका के सिकागों में आयोजित विश्व सर्वधर्म परिषद में भारतीय दर्शन को विश्व के सामने रखा। विवेकानंद ने सही अर्थो में भारत वर्ष के नाम को पहचान दिलवाई। उन्होंने अपने कर्म योग और सत्व ज्ञान योग से देश के इतिहास के पन्नों में अपने इतिहास को दर्ज करवाया। उन्होंने कहा कि समाज में बेटियों का महत्व बेटों के बराबर है। एक शिक्षित लड़की से कई परिवारों का भला होता है तथा इन परिवारों में शिक्षा का स्तर ऊंचा उठता है। उन्होंने मैराथन दौड़ के प्रतिभागियों से महापुरुषों के जीवन से प्रेरणा लेकर दृढ़ निश्चय और कठोर परिश्रम से अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया।
हिंदी साहित्य के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ रंजीत सिंह ने अपना विचार व्यक्त करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि उठो, जागो और लक्ष्य को प्राप्त करो।छात्राओं से प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए स्वच्छता अभियान के आधार पर आसपास साफ-सफाई रखने तथा पड़ोसियों को भी इसके लिए प्रेरित करने को कहा। इस अवसर पर प्रथम सत्र में स्वयंसेवको ने महाविद्यालय परिसर के अंदर और बाहर की साफ- सफाई करते हुए पेंटिंग, कविता आदि का प्रस्तुतीकरण भी किया गया। इस मौके पर संस्कृत साहित्य के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ तेज प्रताप के अलावा महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं मौजूद थे।
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