जिले का पहला ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टलMovie prime

नौगढ़ का हाल : भाई बहन की और दोस्त अपने साथी की हाजिरी बनाकर दिलवा रहा है सैलरी

नौगढ़ में सरकारी स्कूलों में शिक्षक व शिक्षामित्र पढ़ाने के नाम पर मनमौजी कर रहे हैं, जिससे कई स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था मजाक बन कर रह गई है। शिक्षक, शिक्षामित्र गैरहाजिर रहते हैं और एक दूसरे की मदद करके उनकी शतप्रतिशत उपस्थिति दर्ज हो जाया करती है। 
 

 शिक्षक व शिक्षामित्र पढ़ाने के नाम पर कर रहे हैं मनमौजी

शिक्षक, शिक्षामित्र रहते हैं गैरहाजिर

एक दूसरे की शतप्रतिशत उपस्थिति दर्ज

चंदौली जिले के तहसील नौगढ़ में सरकारी स्कूलों में शिक्षक व शिक्षामित्र पढ़ाने के नाम पर मनमौजी कर रहे हैं, जिससे कई स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था मजाक बन कर रह गई है। शिक्षक, शिक्षामित्र गैरहाजिर रहते हैं और एक दूसरे की मदद करके उनकी शतप्रतिशत उपस्थिति दर्ज हो जाया करती है। 


आपको बता दें कि बीते शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस पर नौगढ़ आए मुख्य विकास अधिकारी के समक्ष एक ऐसा ही  मामला सामने आया। गांव के लोग शिकायत लेकर पहुंचे और बताया कि  शिक्षामित्र ससुराल में रहती है और उसका भाई बलवंत उसी विद्यालय में तैनात हैं अपनी बहन का भी दस्तखत बनाता है। प्राथमिक विद्यालय पड़रिया और प्राथमिक विद्यालय शमसेरपुर में काम करने वाले अध्यापक अक्सर विद्यालय नहीं आते हैं लेकिन उनकी उपस्थिति पूरी दर्ज रहती है। यही नहीं, विद्यालय नहीं आने वाले बच्चों को भी उपस्थित दिखा देते हैं। 

दरअसल, प्राथमिक विद्यालय पड़रिया में कार्यरत 4 शिक्षकों में एक शिक्षामित्र ही उपस्थित रहता है। जबकि कुल नामांकित  छात्रों में बालक की संख्या 19 और इतनी ही संख्या बालिकाओं की  है। आरोप है कि यहां नियुक्त शिक्षामित्र निर्मला सिंह जिनकी शादी हो चुकी है, जो काफी दिनों से ड्यूटी पर नहीं आई, हेड मास्टर प्रवीण चंचल आते ही नहीं हैं, पारी बांधकर या सप्ताह में एक दिन आने वाले सहायक अध्यापक अनुराग सिंह के द्वारा उपस्थिति बना दी जाती है। तैनात हेडमास्टर प्रवीण चंचल जब इस मामले में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। 


प्राथमिक विद्यालय शमशेरपुर में छात्र 46 और छात्राओं की संख्या 56 है।  नर्वदापुर की बात करें तो यहां नामांकित छात्र 65 और छात्राओं की संख्या 69 है। इन विद्यालयों में नामांकन के सापेक्ष बच्चे स्कूल नहीं आ रहे हैं। विद्यालय में कार्यरत सहायक अध्यापक महीने में केवल 2 दिन आते हैं। गांव के लोग बताते हैं कि विद्यालय में नियुक्त सहायक अध्यापक संदीप राय, अमन सिंह चंदेल अक्सर गायब रहते हैं। 

ग्रामीणों ने बताया कि इन शिक्षकों को अधिकारियों का संरक्षण मिला हुआ है, जिसके कारण इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती है।

एबीएसए अवधेश नारायण सिंह बोले .....

 स्कूल से गायब रहने वाले दोनों विद्यालय के शिक्षक समेत  हेड मास्टरों को शोकॉज नोटिस जारी किया जाएगा और उनसे जवाब मांगा जाएगा, जिसके बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।


बीएसए बोले......

किसी भी हाल में ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, हर हाल में शिक्षकों को स्कूल में ड्यूटी देनी हीं होगी।  अगर ऐसा है तो उन पर उचित कार्रवाई होगी। 

चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*