नौगढ़ में जन चौपाल का हाल : SDM पहुंचे और अकेले संभाली कमान, नहीं दिखे अन्य अधिकारी

एसडीएम आलोक कुमार ने जताई नाराजगी
जन चौपाल के आयोजन को हल्के में न लें
नौगढ़ के हरियाबांध पंचायत में जन चौपाल का ऐसा रहा हाल
‘चलो चंदौली’ अभियान के तहत शुक्रवार को विकास खंड नौगढ़ की हरियाबांध पंचायत में जन चौपाल का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता खुद एसडीएम आलोक कुमार ने की, जो समय पर मौके पर पहुंचे और व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया। लेकिन हैरानी की बात यह रही कि न तो अन्य विभागीय अधिकारी वहां नजर आए और न ही ग्रामीण अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे। चौपाल का मंच सजाया गया, टेंट, मेज और कुर्सियां थीं, लेकिन संवाद और समाधान दोनों गायब थे।

जब मंच तैयार था, तो विभागीय अधिकारी कहां थे?
जन चौपाल का मूल उद्देश्य यही है कि अधिकारी गांव में जाकर सीधे जनता की समस्याएं सुनें और मौके पर समाधान करें। लेकिन जब विभागीय अधिकारी ही अनुपस्थित रहें और ग्रामीण यह मानकर न आएं कि कोई उनकी बात सुनेगा नहीं — तो इसका मतलब है कि बीच की कड़ी कमजोर हो रही है।

आपको बता दें कि हरियाबांध की चौपाल में केवल आंगनबाड़ी द्वारा गोद भराई और अन्नप्राशन की रस्म हुई। वहीं रोजगार सेवक और सफाईकर्मी जैसे कुछ कर्मचारी तो मौजूद रहे, लेकिन अन्य विभागों की कुर्सियां खाली ही रहीं।
एसडीएम ने जताई नाराजगी, कार्रवाई की बात कही
इस संबंध में जब चंदौली समाचार ने एसडीएम आलोक कुमार से बात की तो उन्होंने कहा, "जो भी अधिकारी और कर्मचारी जन चौपाल जैसी गंभीर व्यवस्था से दूरी बना रहे हैं, उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई तय है। यह जनता से जुड़ने का जरिया है, इसे कोई हल्के में नहीं ले सकता।"
यह बात भी उल्लेखनीय है कि एसडीएम आलोक कुमार खुद मौके पर मौजूद थे, जिससे यह स्पष्ट होता है कि प्रशासनिक स्तर पर कार्यक्रम को गंभीरता से लिया जा रहा है। परंतु जब अधीनस्थ विभाग साथ न दें, तो पूरा ढांचा ढहने लगता है।
जनता की भागीदारी जरूरी, नहीं तो संवाद अधूरा
जन चौपाल केवल अफसरों की मौजूदगी से नहीं चलेगा, इसमें जनता की भागीदारी भी जरूरी है। इसके लिए प्रशासन को गांवों में पहले से सूचना, प्रचार और विश्वास बहाली जैसे कदम उठाने होंगे।
अगर लोग यह मान लें कि “कुछ होगा नहीं”, तो फिर मंच कितना भी सजा हो — उसका कोई असर नहीं पड़ेगा। समय आ गया है कि जन चौपाल को केवल एक सरकारी कार्यक्रम नहीं, बल्कि जनता की ज़रूरत और हक के रूप में देखा जाए।
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