नक्सल इलाके में पुलिस जमा करा रही है असलहे, चकरघट्टा पुलिस दे रही है खास जोर
नौगढ़ में थाना पुलिस के द्वारा असलहा जमा कराने से लाइसेंस धारकों में नाराज़गी है। धारकों का कहना है कि नक्सल इलाके में उन्हें लाइसेंस आत्मरक्षा के लिए दिया गया है। शस्त्र जमा कराने से उन्हें असुरक्षा की भावना पैदा हो जाती है।
विधानसभा चुनाव को पहले असलहा जमा कराने पर जोर दे रहे हैं पुलिस वाले
घर-घर दस्तक दे रहे हैं चकरघट्टा के थानेदार साहब
चंदौली जिले के तहसील नौगढ़ में विधान सभा 2022 के चुनाव की सरगर्मी तेज हो गई है। शनिवार को अधिसूचना जारी होने के बाद पुलिस अपनी तैयारियां पूरी करने में जुटी हुई है। थाने के सिपाही असलहों को जमा करवाने के लिए लाइसेंस धारकों के घरों पर जाकर शस्त्र जमा करने के लिए दस्तक दे रहे हैं।
आपको बता दें कि थानाध्यक्ष चकरघट्टा अलखनारायण ने विधानसभा चुनाव में शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए लोगों के असलहा जमा करवाना कर दिया है। शनिवार तक थाना पर 81 असलहा जमा किए जा चुके थे। 22 लाइसेंस धारकों ने रविवार को अपने-अपने असलहों को जमा किया है। 73 लोग शेष रह गए हैं। उनके भी असलहे शीघ्र जमा कराए जाएंगे।
दूसरी ओर कुछ लाइसेंस धारकों में नाराजगी व्यक्त की है कि आखिर प्रशासन नक्सल इलाके के लोगों को सुरक्षा के लिए जारी किए असलहे क्यों जमा करवा रहा है। लाइसेंस धारकों का कहना है कि उन्हें शास्त्र लाइसेंस आत्म रक्षा को दिया गया है। शस्त्र जमा कराने से उन्हें असुरक्षा की भावना पैदा हो जाती है। इन दिनों किसान रात के वक्त खेतों पर भी काम करता है। कभी बाहर आना जाना भी पड़ता है। इस लिए उन्हें सुरक्षा के लिए शस्त्र रखा जाना आवश्यक है। लेकिन पुलिस घर- घर जाकर शस्त्र जमा कराने के लिए दबाव बना रही है।
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