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नौगढ़ में की गयी CRPF अरविंद यादव की अंत्येष्टि, कैंसर की बीमारी से हो गया था निधन

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show देश की सीमा पर मातृभूमि की रक्षा करने वाले सीआरपीएफ जवान अरविंद यादव आखिरकार जिंदगी की जंग हार गए। एक साल से कैंसर पीड़ित जवान की महाराष्ट्र से लौटते समय शनिवार की रात ट्रेन में ही निधन हो गया। सीआरपीएफ बटालियन सोमवार को पार्थिक शरीर लेकर पैतृक गांव नर्बदापुर गांव पहुंची। तिरंगे में लिपटे जवान
 
नौगढ़ में की गयी CRPF अरविंद यादव की अंत्येष्टि, कैंसर की बीमारी से हो गया था निधन

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देश की सीमा पर मातृभूमि की रक्षा करने वाले सीआरपीएफ जवान अरविंद यादव आखिरकार जिंदगी की जंग हार गए। एक साल से कैंसर पीड़ित जवान की महाराष्ट्र से लौटते समय शनिवार की रात ट्रेन में ही निधन हो गया। सीआरपीएफ बटालियन सोमवार को पार्थिक शरीर लेकर पैतृक गांव नर्बदापुर गांव पहुंची।

तिरंगे में लिपटे जवान का शव देख परिजनों का कलेजा बैठ गया, तो वहीं ग्रामीणों की भी आंखें नम हो गई। राजकीय सम्मान के साथ जवान को अंतिम विदाई दी गई।

चकरघट्टा थाना क्षेत्र के नर्बदापुर गांव निवासी राजनरायन यादव का छोटा पुत्र अरविंद यादव 2006 से 129वीं बटालियन सीआरपीएफ में जवान थे। वर्तमान में असोम में तैनाती थी। पिछले एक साल से अरविंद यादव कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे। उनका टाटा मेमोरियल हास्पीटल मुंबई में इलाज चल रहा था।

बताया जा रहा है कि अरविंद यादव शनिवार को ट्रेन से लौट रहे थे। लेकिन सफर के बीच भूसावल के समीप निधन हो गया। आरपीएफ की सूचना पर सीआरपीएफ बटालियन ने पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लिया। इधर, अरविंद यादव के निधन की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया।

सीआरपीएफ बटायिलन सोमवार को नर्बदापुर गांव पार्थिक शरीर लेकर पहुंची। जवान के अंतिम दर्शन को ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी। थानाध्यक्ष राजेश सरोज, चौकी इंचार्ज मझगांवा भैरवनाथ यादव समेत राजनीतिक दलों के नेताओं ने पहुंचकर श्रद्धांजलि दी।

बड़ा होकर देश की सेवा करना चाहता है बेटा

नर्बदापुर गांव के राजनारायण यादव के दो बेटों व एक बेटी में अरविंद यादव सबसे छोटे थे। अरविंद यादव की प्रमिला यादव से शादी हुई थी। दंपती को इकलौता बेटा 12 वर्षीय पीयूष है। अपने पिता का शव देख पीयूष के आंखों से आंसू की धार नहीं रूक रही थी। पीयूष ने बताया कि पापा जब भी छुट्टी पर घर आते थे, तो देश भक्ति की बातें करते थे। पीयूष ने कहा कि वह भी बड़ा होकर देश की रक्षा करेगा। पार्थिक शरीर से लिपटकर पत्नी प्रमिला, भाई सत्येंद्र व बहन पूनम समेत परिवार के अन्य सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल बना रहा।

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