डीएम का फरमान बेअसर : बनरसिया गांव में धड़ल्ले से हो रहा है अमृत सरोवर योजना का दुरुपयोग
चंदौली जिला के शहाबगंज विकासखंड अंतर्गत बनरसिया गांव में अमृत सरोवर योजना के तहत तालाब सुंदरीकरण के कार्य में नियमों की जमकर अनदेखी की जा रही है। पिछले कई दिनों से तालाब के भींटे पर मिट्टी समतलीकरण का कार्य जेसीबी से कराया जा रहा है। जबकि शासन तालाब सुंदरीकरण का कार्य मनरेगा मजदूर को लगाकर कराने का फरमान जारी किया हुआ है। डीएम संजीव सिंह भी इसके लिए अधिकारियों को हिदायत दे चुके हैं। अपने निर्देश में उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि तालाबों का कार्य मनरेगा के तहत मस्टररोल में श्रमिकों से कराया जाए, इसके बाद भी नियमों की अनदेखी कर मनमाने तरीके से जेसीबी से तालाब का कार्य हो रहा है।
आपको बता दें कि शासन के निर्देशानुसार तालाब के सुंदरीकरण का कार्य अमृत सरोवर योजना के तहत कराए जाने के लिए विधिवत कार्य का शुभारंभ विशिष्ट जनों के हाथों द्वारा किया जाना है। जिसे मस्टर रोल में मजदूरों द्वारा पूरा कराया जाना है। मगर बनरसिया गांव के राजकीय हाईस्कूल के समीप स्थित तालाब को अमृत सरोवर योजना के तहत सुंदरीकरण किए जाने में शासन के निर्देशों का कत्तई पालन नहीं किया गया।
क्षेत्र पंचायत निधि से स्टीमेट तैयार कराकर टी एस और जी एस कराने के बाद कार्य को बगैर रोकटोक जेसीबी लगाकर धड़ल्ले से कराया जा रहा है। जबकि प्रदेश सरकार की ओर से अमृत सरोवर योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में तालाबों के सुंदरीकरण का कार्य कराने को लेकर जोर दिया जा रहा है, ताकि जल संरक्षण किया जा सके। साथ ही तालाबों का लाभ ग्रामीणों को मुहैया कराया जा सके। इसके लिए जिला प्रशासन को ग्रामीण क्षेत्रों में तालाबों पर हुए अतिक्रमण को हटाने के साथ ही उसके सुंदरीकरण व तालाबों की खुदाई का कार्य मनरेगा मजदूरों से कराने का निर्देश दिया गया है। इसी क्रम में शहाबगंज विकासखंड के बनरसिया गांव में तालाब का सुंदरीकरण कार्य पिछले 1 सप्ताह से किया जा रहा है। शासन के निर्देशानुसार 31 जुलाई तक तालाब के सुंदरीकरण का कार्य पूरा किया जाना है, लेकिन यहां तालाब सुंदरीकरण के कार्य में नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही है।
इस संदर्भ में खंड विकास अधिकारी दिनेश कुमार को बनरसिया गांव के तालाब सुंदरीकरण कार्य के शुभारंभ की खुद जानकारी नहीं है, पूछने पर उन्होंने बताया कि यदि बनरसिया गांव में तालाब सुंदरीकरण का कार्य जेसीबी लगाकर कराया जा रहा है तो इसकी जांच कराई जाएगी। वहीं सीडीओ अजितेंद्र नारायण कहते हैं कि तालाब सुंदरीकरण के कार्य में जेसीबी से कराने का अनुबंध नहीं है, अगर कहीं भी जेसीबी से तालाब सुंदरीकरण का कार्य किया जा रहा है तो उसकी जांच कराकर सख्त कार्रवाई की जाएगी। बनरसिया गांव में बीडीओ को भेजकर सत्यता की जांच कराई जाएगी, यदि प्रमाणित होता है तो उससे संबंधित किसी को बख्शा नहीं जाएगा।
सीडीओ के फरमान के बाद अवैध ढंग से तालाब सुंदरीकरण का कार्य कराने वालों में हड़कंप मचा हुआ है।
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