शपथ लेते ही करोड़ों की धनराशि खाते में पा जाएंगे प्रधानजी, पुराने बजट को खर्च करने का मिलेगा मौका
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चंदौली जिले में नए ग्राम प्रधानों को शपथ ग्रहण करने के बाद ही भारी भरकम धनराशि की थाती मिलने की उम्मीद है, क्योंकि पुराने ग्राम प्रधानों के द्वारा कई कामों के पैसों को हाथ तक नहीं लगाया गया है या उनको इसको खर्च करने का मौका नहीं मिल पाया है। अनुमान लगाया जा रहा है कि जिले में ग्राम पंचायतों के खाते में 50 करोड़ रुपये से अधिक धनराशि अवशेष पड़ी है। जिसका उपयोग करके गांवों में बड़े काम जैसे सामुदायिक शौचालय, मिनी सचिवालय समेत अन्य विकास कार्यों को कराया जाना है। फिलहाल 2015 में चुने गए ग्राम प्रधानों का कार्यकाल तो समाप्त हो गया, लेकिन विकास कार्य जारी हैं।
फिलहाल इसके लिए ग्राम पंचायतों में एडीओ पंचायत को प्रशासक बनाया गया है। पंचायत चुनाव को लेकर आयोग की ओर से जनवरी के अंत में अधिसूचना जारी की जा सकती है। इसके बाद नए विकास कार्यों पर लगाम लग जाएगी। ऐसे में ग्राम पंचायतों के खाते में पड़ी उक्त धनराशि को खर्च करने का मौका नए ग्राम प्रधानों को ही मिलेगा। चुनाव के दौरान जनता से किए गए वादे पूरे करने के लिए बजट का इंतजार नहीं करना होगा।
जिले की 734 ग्राम पंचायतों में पांच लाख की लागत से सामुदायिक शौचालय बनवाए जा रहे हैं। वहीं 300 से अधिक ग्राम पंचायतों में मिनी सचिवालय बन रहे हैं। इसका बजट 10 लाख से अधिक है। अभी 600 से अधिक ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालय निर्माणाधीन हैं। कई ग्राम पंचायतों में तो पैसा होने के बावजूद जमीन के अभाव में शौचालयों की नींव तक नहीं खुद सकी है।
पैसा ग्राम पंचायतों के खाते में पड़ा हुआ है। पंचायत चुनाव के बाद ही शौचालयों व पंचायत भवन के पूरा होने की उम्मीद है। इसके बाद ही धनराशि का भुगतान होगा। जिला पंचायत राज विभाग के अधिकारियों के अनुसार शासन की ओर से चुनाव से पहले दोबारा बजट जारी किया जा सकता है। ऐसे में नए ग्राम प्रधान शपथ लेंगे तो खजाना खाली नहीं मिलेगा।
चुनाव के दौरान जनता से किए गए वादों को पूरा करने के लिए बजट का इंतजार नहीं करना होगा। फिलहाल ग्राम पंचायतों की कमान एडीओ पंचायत व सहकारिता को सौंपी गई है। उन्हें अपनी देखरेख में गांवों में विकास कार्य कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। हालांकि पंचायत चुनाव के दौरान विकास कार्यों की रफ्तार धीमी पड़ गई है।
जिला पंचायत राज अधिकारी ब्रह्मचारी दुबे का भी कहना है कि चंदौली जिले की ग्राम पंचायतों के खाते में बजट का अभाव नहीं है। एडीओ पंचायत व सहकारिता को प्रशासक नियुक्त कर विकास कार्य कराए जा रहे हैं। चुनाव के पहले शासन से दोबारा बजट मिल सकता है। विकास कार्यों पर नजर रखी जा रही है।
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