साहब सिंह ने भांप लिया है चंदौली में सपा का माहौल, दिख रही है ऐसी संभावना
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चंदौली जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव को लेकर जिला पंचायत सदस्य साहब सिंह ने एक बड़ा ऐलान किया है और कहा है कि यदि समाजवादी पार्टी के कुल जीते हुए जिला पंचायत सदस्य यदि एक जुट रहे तो पूरा दावा है कि भाजपा के प्रत्याशी को मात दी जा सकती है। यदि सपा टूटी तो फिर भाजपा और छत्रबली के उम्मीदवार को ही जिला पंचायत की कुर्सी मिल जाएगी।
आपको बताते चलें कि साहब सिंह सकलडीहा के सेक्टर नंबर 5 से जिला पंचायत सदस्य निर्वाचित हुए हैं। बसपा के बैनर तले इन्होंने चुनाव लड़ने के बाद अचानक भाजपा के कुछ नेताओं के चक्कर में पड़कर बसपा को छोड़ने का ऐलान कर दिया था। पर जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी कब्जाने में माहिर छत्रबली सिंह की मजबूत राजनीतिक व आर्थिक पकड़ के आगे भाजपा दंडवत हो गयी और इनको ठेंगा दिखा दिया।
भाजपा द्वारा झटका मिलने का बाद जब साहब सिंह को यह लगने लगा कि यह सब कुछ छत्रबली सिंह के कारण हुआ है तो वह जिला पंचायत अध्यक्ष की चुनावी जंग में छत्रबली के खासमखास व भाजपा के कंडीडेट को हराने के लिए जारी सपा की मुहिम में शामिल हो गए हैं।
सपा के उम्मीदवार की जीत में राह के रोड़े देख साहब सिंह ने एक बड़ा खुलासा किया है कि यदि समाजवादी पार्टी के सभी जीते हुए जिला पंचायत सदस्य एक रहेंगे तो किसी भी कीमत पर दीनानाथ जिला पंचायत अध्यक्ष नहीं बन पाएंगे।
पिछड़े समाज के विकास के लिए यह जरूरी है कि धनबल और सत्ताबल को जिला पंचायत से दूर किया जाय नहीं तो यह कार्यालय एकबार फिर छत्रबली की हाथ की कठपुतली बनकर रह जाएगा।
यदि समाजवादी पार्टी के जिला पंचायत सदस्य टूटे तो इस बार भी छत्रबली के सिपहसालार को कुर्सी मिलनी तय हो जाएगी, क्योंकि इस खेल में छत्रबली सिंह सबसे मजे हुए खिलाड़ी हैं। वह जरूर सेंध लगाने की कोशिश करेंगे।
साहब सिंह ने कहा कि इस बार सपा के पास भी एक मौका है कि पिछले चुनाव में समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद रामकिशुन के बेटे का खेल बिगाड़ने वाले छत्रबली सिंह से बदला लिया जा सके। इसके लिए जरूरी है कि सभी समाजवादी पार्टी के जिला पंचायत सदस्यों को एकजुट रहें और किसी लालच में पड़े बिना सपा के उम्मीदवार को वोट करें। तभी समाजवादी को जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी मिल सकेगी।
समाजवादी पार्टी बिखरी तो हार का खतरा
ऐसा कहा जा रहा है कि सपा के दो से तीन सदस्य पाला बदलने का काम कर सकते हैं क्योंकि छत्रबली सिंह पहले से ही उनके संपर्क में हैं और सपा के आला नेताओं के रवैए से नाराज हैं। कुछ ऐसा ही हाल भाजपा के पाले वाले जिला पंचायत सदस्य भी छत्रबली सिंह के कंडीडेट को वाकओवर देने से नाराज दिख रहे हैं और उनके भी बगावत के आसार हैं। ऐसी स्थिति में दोनों खेमे के लोगों को अपने समर्थकों को अपने पाले में बनाए रखने की चुनौती बनी हुयी है, जो कामयाब होगा वही जीतेगा।
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