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कवई पहाड़पुर गांव में निर्माण कार्यों में घटिया सामग्री का इस्तेमाल, ग्रामीणों ने करप्शन पर जताया अपना विरोध

गांव के कुछ स्थानीय युवाओं द्वारा बनाए गए वीडियो में स्पष्ट देखा जा सकता है कि निर्माण में इस्तेमाल की जा रही ईंटें इतनी कमजोर हैं कि दो ईंटों को आपस में टकराने मात्र से वे चकनाचूर हो जाती हैं।
 

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो से उठे सवाल

निर्माण कार्यों में घटिया निर्माण सामग्री का आरोप

वीडियो दिखाकर ग्रामीण ग्राम प्रधान पर लगा रहे आरोप

खंड विकास अधिकारी ने दिए जांच के निर्देश

चंदौली जिले के धानापुर ब्लॉक के कवई पहाड़पुर गांव में निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार का ताजा मामला सामने आया है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि ग्राम प्रधान द्वारा बेहद खराब गुणवत्ता की ईंटें और सामग्री का प्रयोग कर निर्माण कार्य किया जा रहा है। इससे सरकार की ‘जीरो टॉलरेंस नीति’ पर भी सवाल खड़े हो गए हैं।

construction work

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
गांव के कुछ स्थानीय युवाओं द्वारा बनाए गए वीडियो में स्पष्ट देखा जा सकता है कि निर्माण में इस्तेमाल की जा रही ईंटें इतनी कमजोर हैं कि दो ईंटों को आपस में टकराने मात्र से वे चकनाचूर हो जाती हैं। वीडियो के माध्यम से ग्रामीणों ने यह बताने की कोशिश की है कि निर्माण कार्य सिर्फ कागजों की खानापूर्ति बनकर रह गया है।

https://youtube.com/shorts/v_14S5eSSsU

शिकायत पर भी नहीं मिला समाधान
ग्रामीणों ने बताया कि जब इस विषय पर उन्होंने ग्राम प्रधान से शिकायत की तो उनकी बात को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया गया। इसके बाद गांववालों ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, जिसके चलते यह मामला अब अधिकारियों की नजर में आ गया है।

construction work

वीडियो ने लिया संज्ञान, होगी जांच
धानापुर क्षेत्र के खंड विकास अधिकारी (BDO) ने मीडिया के माध्यम से जानकारी मिलने के बाद मामले को गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा है कि "इस पूरे प्रकरण की जांच कराई जाएगी, यदि निर्माण में गड़बड़ी या नियमों का उल्लंघन पाया गया, तो संबंधितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।"

जनता की उम्मीदें और सवाल
यह मामला एक बार फिर से यह सोचने पर मजबूर करता है कि सरकारी योजनाओं और बजटों का वास्तविक लाभ आखिरकार किस तक पहुंचता है। जब नींव ही कमजोर रखी जाएगी, तो विकास की दीवारें कितनी टिकाऊ होंगी, यह सोचने की जरूरत है।

अब देखना यह है कि प्रशासन मामले में कितनी तत्परता से कार्रवाई करता है और दोषियों को सजा दिलाकर आमजन का विश्वास जीतता है या नहीं।

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