धानापुर के शहीद दिवस पर सत्तापक्ष-विपक्ष में जमकर हुआ वाक-युद्ध, प्रतिबंध लगाने की उठी मांग
वीर सपूतों को याद करने का कार्यक्रम
नेताओं ने बनाया राजनीतिक अखाड़ा
पक्ष विपक्ष के नेताओ में छिड़ा वाक युद्ध
चंदौली जनपद के धानापुर शहीद स्थल पर हर साल 16 अगस्त को होने वाले शहादत दिवस पर इस बार राजनीतिक माहौल गरमाता दिखा, जिससे शहीद दिवस भी राजनीतिक अखाड़ा का मंच बन गया। सत्ता पक्ष जहां अपनी उपलब्धियां देश के सपूतों के नाम गिनाने में जुटा रहा, वहीं विपक्ष देश की सीमाओं व अग्निवीर जैसी योजनाओं को लेकर कटाक्ष किया, जिसको लेकर भाजपा एवं विपक्ष के नेताओं में संबोधन के दौरान वाक् युद्ध जैसा देखने को मिला।
आपको बता दें कि 1942 में धानापुर क्षेत्र के लोगों ने अंग्रेजों को भगाने के लिए थाना को फूंकते हुए तिरंगा फहरा कर 10 दिन के लिए क्षेत्र को आजाद कर दिया था। उसके उपलक्ष्य में प्रतिवर्ष 16 अगस्त को शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित करने के लिए शहादत दिवस धानापुर के शहीद स्थल पर मनाया जाता है।
इस वर्ष भी शहीद स्मारक समिति द्वारा सभी पार्टी के नेताओं को आमंत्रित किया गया था, जिसमें समाजवादी पार्टी के सकलडीहा विधायक प्रभु नारायण सिंह यादव ने प्रधानमंत्री के 56 इंच सिने पर कटाक्ष करते हुए कहा कि देश की सीमाएं आज असुरक्षित है। विदेशी प्रतिदिन एक-एक इंच सीमाओं पर कब्जा कर रहे हैं जो सीमाएं सुरक्षित करने के लिए हमारे देश के वीर सपूतों ने शहादत दिया वह आज विदेशी कब्जा कर रहे हैं। यही नहीं अग्निवीर योजना को भी लेकर कटाक्ष करते हुए कहा कि आज हम शहादत देने वाले वीर जवानों का शहादत दिवस मना रहे हैं, लेकिन अग्नि वीर की सेवा में 4 वर्ष का समय बिताने वाले सैनिक का उस दौरान मौत होने पर शहीद का दर्जा नहीं दिया जाएगा। इस तरह के सवालों को इस स्थान पर नहीं करना चाहिए लेकिन यह सवाल कहा किया जाए।
वहीं चंदौली के सपा के सांसद वीरेंद्र सिंह ने भी पूर्व सांसद व पूर्व केंद्रीय कैबिनेट मंत्री डॉ महेंद्र नाथ पांडेय पर भी कटाक्ष किया और कहा कि भाजपा सरकार विपक्ष पर तानाशाही करती है। मैंने बीएचयू के मामले को लेकर संसद में बोलना चाहा तो मेरी माइक बंद कर दी गई और मेरा समय काट दिया गया।
मौके पर आए विपक्ष के लोग वीर सपूतों को याद करने के बजाय ज्यादातर समय सरकार पर कटाक्ष करने में बिताया। वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने भी शहादत दिवस पर पहुंचकर सपूतों को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए मंच पर पहुंचे। तो इस दौरान अपना-अपना संबोधन देकर भाजपा के सैयदराजा विधायक सुशील सिंह एमएलसी विनीत सिंह चल दिए। इससे वहां की महफिल खडबड़ा गई।
इसके बाद विपक्ष के नेताओं का जवाब देते हुए सैयदराजा विधायक सुशील सिंह व भाजपा के एमएलसी विनीत सिंह ने खुले मन से कहा कि यह मंच राजनीति का अखड़ा नहीं है। यह वीरों के शहादत का मंच है। हमें उनकी वीरगाथाओं को याद कर इस मंच की खूबसूरती बढ़ाई जानी चाहिए। जो भी लोग अन्यत्र की बातें कर रहे हैं उनको आगे से सबक लेना चाहिए।
यही नहीं एमएलसी विनीत सिंह ने शहीद स्मारक समिति से अपील किया कि शहादत दिवस के अवसर पर अन्य मुद्दों को उठाने वाले लोगो को आगे से प्रतिबंधित कर दिया जाना चाहिए। उन्हें रोकने का कार्य किया जाना चाहिए।
हालांकि धानापुर के शहादत दिवस के मंच पर पक्ष, विपक्ष के राजनीतिकरण और वाकयुद्ध की चर्चा जोरों पर रही।
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