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मनोज सिंह डब्लू बोले- बड़े-बड़े की हवा बिगाड़ देती है जनता, सारी गुणा गणित हो जाती है फेल

चंदौली जिले में लोकसभा चुनाव का चुनाव गरमाने लगा है। हार जीत के लिए सारे दावेदार जो लगा रहे हैं और अपने अपने पक्ष में जीत के दावे कर रहे हैं।
 

चंदौली लोकसभा चुनाव 2024

सपा के लिए जोर लगा रहे मनोज सिंह

 दो उदाहण से समझाया हार-जीत का मामला

जानिए क्या है सपा नेता का दावा  

 

चंदौली जिले में लोकसभा चुनाव का चुनाव गरमाने लगा है। हार जीत के लिए सारे दावेदार जो लगा रहे हैं और अपने अपने पक्ष में जीत के दावे कर रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के बीच टक्कर मानकर अपने पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश कर रहे मनोज सिंह डब्लू ने कहा कि चुनाव में जनता बड़े-बड़े की हवा बिगाड़ देती है। इतिहास इसका गवाह है। लोगों को गलतफहमी में नहीं रहना चाहिए।  इस चुनावी माहौल में समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक और सपा के राष्ट्रीय सचिव मनोज कुमार सिंह डब्लू ने चंदौली समाचार के साथ खास बातचीत की और कहा कि चंदौली जिले के मतदाता किसी हरा और किसी को जिता सकते हैं..न भरोसा हो तो इतिहास देख लीजिए...


चंदौली जिले के समाजवादी पार्टी के नेता मनोज कुमार सिंह डब्लू का कहना है कि चुनाव में हार जीत लगी रहती है। जनता जब बाजी पलटने का मूड बना लेती है, तो कोई भी उम्मीदवार चुनाव हार सकता है। यह चंदौली जिले के लोग कई बार देख चुके हैं। यहां पर पंडित कमलापति त्रिपाठी जैसा नेता भी चुनाव हार चुका है तो बाकी लोगों की क्या हैसियत है।

एक साथ दिखेंगे रामकिशुन यादव


 मनोज कुमार सिंह डब्लू ने कहा कि जल्द ही समाजवादी पार्टी के सारे नेता एक मंच पर दिखाई देंगे। कुछ दिन पहले रामकिशुन यादव और प्रभु नारायण सिंह यादव के साथ मेरी मुलाकात हुई है और जल्द ही पार्टी के एक बड़े कार्यक्रम में रामकिशुन यादव भी मंच पर दिखाई देंगे। गर्मी के मौसम में चल रहे चुनाव प्रचार के दौरान अधिक उम्र के कारण वह बाहर भले न निकाल रहे हैं, लेकिन वह समाजवादी पार्टी के सदस्य के रूप में पार्टी के साथ हैं और जल्द ही एक बड़े मंच पर दिखाई देंगे और लोगों को संबोधित भी करेंगे।
 
जनता सबकी हवा निकाल देती है


मनोज सिंह डब्लू ने दावा किया कि हर चुनाव राजनीतिक गणित से नहीं जीता जाता है, बल्कि कभी -कभी सारी गुण गणित गड़बड़ा जाती है। जब जनता किसी को जीत या हार दिलाने के लिए बेताब होती है, तो सारी बाजी अपने आप पलट जाती है। उन्होंने 2012 में अपनी जीत के बारे में लोगों को याद दिलाते हुए कहा कि चंदौली के लोग सपा-बसपा तथा अन्य दलों से परेशान थे, इसीलिए वह 2012 में निर्दलीय विधायक बन गए। जबकि समाजवादी पार्टी के टिकट पर दो-दो बार चुनाव लड़कर वे चुनाव हार गए। जबकि कहा जाता है कि समाजवादी पार्टी का सैयदराजा विधानसभा में 50 हजार से अधिक बेस वोटों  का बैंक है, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ। 

फिलहाल लोग भारतीय जनता पार्टी के दो कार्यकाल से ऊब चुके हैं और लोग भाजपा को सबक सिखाना चाहते हैं। ऐसे में उम्मीद है कि समाजवादी पार्टी का ही उम्मीदवार एक बार फिर से चंदौली लोकसभा का प्रतिनिधित्व करेगा।

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