सैयद सालार मसूद गाजी की मजार पर लगने वाले जेठ मेला बंद कराएंगे कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर

बहराइच में लगने वाले मेले को भी बंद कराने की पहल
लुटेरे-आक्रांताओं का महिमा मंडन बंद करने की अपील
डॉ संजय निषाद को मंच से कुछ भी न बोलने की देते गए नसीहत
योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर में अपने सहयोगी मंत्री डॉ संजय निषाद को अपनी शिकायतों को उचित प्लेटफार्म पर रखने की नसीहत दी है साथ ही साथ योगी आदित्यनाथ से मांग की है कि जिस तरह से संभल में सैयद सालार मसूद गाजी के नाम पर लगने वाले मेले को बंद किया गया है, उसी तरह बहराइच में लगने वाले मेले को भी बंद करने की कोशिश करनी चाहिए, ताकि देश के लुटेरे, आक्रांताओं और हमारे हिंदू संस्कृति के साथ खिलवाड़ करने वाले लोगों का महिमा मंडन बंद होना चाहिए।

कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर पटवा समाज के कार्यक्रम में शामिल होने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार में अखिलेश यादव ने सैयद सालार मसूद गाजी की मजारों को सजाने का काम किया था, लेकिन भारतीय जनता पार्टी देश के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और ऐसे बहादुरों का सम्मान करना शुरू किया है, जिन्होंने देश की आजादी में अपना अहम योगदान दिया है और देश के लिए अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया है।

अनिल राजभर ने याद दिलाया कि उत्तर प्रदेश के संभल में महमूद गजनवी के सेना के मुखिया सैयद सालार मसूद गाजी की याद में लगने वाला 'नेजा मेला' बंद करवा दिया गया है। पुलिस-प्रशासन ने मेले के आयोजन की अनुमति नहीं दी और बता दिया कि उत्तर प्रदेश में लुटेरे-हत्यारे के नाम पर किसी भी तरह का आयोजन नहीं होने दिया जाएगा। इसी तरह उसके नाम पर बहराइच में लगने वाले मेले को भी बंद कराया जाएगा।
आपको बता दें कि पिछले सैकड़ों वर्षों से सालार मसूद गाजी की दरगाह पर मुस्लिमों के साथ बड़ी तादाद में हिंदू श्रद्धालु भी आया करते हैं। दरगाह पर हर वर्ष मुख्य रूप से चार उर्स (धार्मिक जलसे) के आयोजन हुआ करते हैं, जिसे उत्तर प्रदेश की वक्फ नंबर 19 की इंतजामिया कमेटी बड़े जोश के साथ मनाया करती है। लेकिन यहां जेठ (मई या जून) के महीने में पूरे एक माह चलने वाला 'जेठ मेले' के आयोजन पर भी खतरा दिखने लगा है। हालांकि इस मेले में भारत के पूर्वांचल क्षेत्र से लाखों की तादाद में हिंदू-मुस्लिम जायरीन मकबरे पर चादर पोशी करने के लिए आया करते हैं।
वहीं, दूसरी ओर बहराइच में ही उस चित्तौरा झील पर जहां महाराजा सुहेलदेव व सालार मसूद गाजी के बीच युद्ध हुआ था उस स्थान पर सुहेलदेव सेवा समिति से जुड़े लोग 'जेठ मेले' के शुरुआती दिन 'विजयोत्सव दिवस' मनाते हैं, क्योंकि, सुहेलदेव ने गाजी को युद्ध में परास्त किया था।
आपको याद होगा कि सालार मसूद गाजी को युद्ध में हराने वाले महाराजा सुहेलदेव के नाम पर बहराइच के चित्तौरा झील के समीप योगी सरकार ने एक भव्य स्मारक बनवा दिया है, जिसमें महाराजा सुहेलदेव की एक विशालकाय प्रतिमा भी लगाई गई है। साथ ही करोड़ों रुपये की लागत से तैयार हुए इस आकर्षक स्मारक का 16 मई 2019 को पीएम मोदी ने वर्चुअल शिलान्यास करके भाजपा सरकार की ओर संदेश देने की कोशिश की थी। इसके साथ योगी सरकार ने बहराइच के मेडिकल कालेज का नामकरण भी महाराजा सुहेलदेव के नाम पर किया था।
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