सपा नेता बोले : चंदौली सांसद झूठ बोलने वाली फैक्ट्री के प्रोडक्ट, मिलना चाहिए सोने का तमगा
मंच से क्या बोल गए कैबिनेट मंत्री महेन्द्र नाथ पांडेय
20 दिसंबर 2016 को हुआ था शिलान्यास
6 जनवरी 2017 को लगी थी विधानसभा चुनाव की आचार संहिता
चंदौली जिले के सांसद डॉ महेंद्र नाथ पांडेय ने समाजवादी पार्टी सरकार के मुखिया अखिलेश यादव के ऊपर मुकदमा दर्ज कराने की बात कहकर फंसते नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव ने आचार संहिता लगने के बाद मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास किया था और उसके लिए ना तो बचत बजट दिया और ना ही कोई ठोस योजना बनाई। वह उनके उपर आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में मुकदमा दर्ज करा सकते थे।
इस पर समाजवादी पार्टी के नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है और सांसद जी को सामान्य ज्ञान सुधारने की जानकारी दी है। 2017 के चुनाव घोषित होने के पहले ही शिलान्यास हो गया था, इसकी जानकारी पत्थर को देखकर ले सकते हैं।
सपा के नेताओं ने भाजपा सांसद को जानकारी देते हुए बताया है कि चंदौली मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास 20 दिसंबर 2016 को हुआ था, जबकि पूरे प्रदेश में विधानसभा चुनाव की आचार संहिता 6 जनवरी 2017 को लगी थी। ऐसी गलत बात बोलकर चंदौली की जनता में दुष्प्रचार कर रहे हैं। आखिर वह गलत बयानी करके किस तरह की वाहवाही लूटना चाहते हैं। सांसद और कैबिनेट मंत्री के पद पर बैठे ऐसे व्यक्ति को झूठ बोलना शोभा नहीं देता।
सपा कि जिलाध्यक्ष सत्यनारायण राजभर ने कहा कि कैबिनेट मंत्री महेन्द्र नाथ पांडेय भी उसी झूठ बोलने वाली फैक्ट्री के प्रोडक्ट हैं, जहां से भाजपा के तमाम नेता निकलते हैं। चुनाव आ रहा है। इनके दिन बहुत कम बचे हैं। इसलिए अपने खिलाफ माहौल में अनाप शनाप बोल रहे हैं। मेडिकल कालेज चंदौली का हक है। इसका सपना सपा सरकार ने देखा था। अगर ये नहीं बनवा सके तो सपा की सरकार इसे बनवाएगी।
इस मामले पर पूर्व सांसद रामकिशुन यादव ने कहा कि डॉ महेंद्र नाथ पांडेय एक समय ऐसा था कि अखिलेश यादव के सामने जाकर गिड़गिड़ा रहे थे। मुकदमा दर्ज कराने का मन व दम था तो... करा दिए होते क्यों मन में सोचकर रह गए। ऐसे झूठे आदमी को तो झूठ बोलने के लिए सोने का तमगा मिलना चाहिए। कम से कम सही जानकारी लेकर भाषण वाले मंच पर जाना चाहिए।
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