पीड़ित पर कानून का धौंस दिखाते हैं बलुआ पुलिस के SI, चोरी के मामले में सीपी सिंह का फर्जीवाड़ा उजागर
चोरी के मामले को फर्जी बताकर पीड़ित परिवार को देते हैं धमकी
इस मामले को जान कर आप हो जाएंगे हैरान
थाने में चोरी की शिकायत करने ऐसे देते हैं फंसाने की धमकी
चंदौली जिले की बलुआ पुलिस लोगों पर कानून का धौंस जमा कर पीड़ित से कैसे मनचाहा बयान लिखवा लेती है और घटना को दबाने की कोशिश करती है। इसका नमूना एक बार फिर से उजागर हो रहा है। थाने के उपनिरीक्षक पीड़ित के घर जाकर जबरदस्ती घर में ही चोरी गए सामान को बरामद होना लिखवाकर चोरी की घटना को फर्जी साबित करने की भरपूर की कोशिश करते हैं। लगभग डेढ़ माह पहले हुयी चोरी की घटना के सबूत मिलने पर अब नए थानेदार मदद करने और मामले में कार्रवाई की बात कह रहे हैं।
आपको बता दें कि विगत डेढ़ माह पूर्व बलुआ थाना क्षेत्र के चहनियां कस्बा में व्यापारी बानेश्वर मजूमदार के घर एक चोरी की घटना हुयी थी। 12 अक्टूबर की रात्रि में चोरों ने घर में घुसकर दो सोने का हार, चार सोने की अंगूठी, चार जोड़ी सोने का बाली झुमका, एक सोने का मंगलसूत्र व 40 हजार रुपये नकद चुरा ले गये थे। मामले में बलुआ पुलिस के तत्कालीन थाना प्रभारी अशोक मिश्रा व उपनिरीक्षक चोरी का खुलासा करने के बजाय पीड़ित परिवार को जबरदस्ती डरा धमकाकर घर में ही मां के बक्से में आभूषण होने की बात लिखवा लिया और इस बारे में धमकी देते हुए कहा कि इसके बारे में किसी को बताया तो उनको ही फंसा देंगे। इसके बाद फरियादी पुलिस के डर के मारे चुप रहा। जबकि विगत 5 दिन पूर्व 26 नवंबर को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की साफ करते समय चोरी गये गहनों के खाली डब्बे आसपास में मिले तो परिजनों ने पुनः बलुआ थाने में इसकी सूचना मौखिक रूप से दी। तो वर्तमान बलुआ पुलिस के थाना प्रभारी ने मदद करने का आश्वासन दे दिया।
ऐसा है पूरा मामला
बलुआ थाना क्षेत्र के चहनियां कस्बा के रहने वाले बानेश्वर मजूमदार कस्बा में ही मेडिकल स्टोर चलाते हैं । 12 अक्टूबर की रात्रि में चोरी की घटना की जानकारी उस समय 112 नम्बर पर पुलिस को दी गयी थी। साथ ही बलुआ थाने के तत्कालीन थानाध्यक्ष अशोक मिश्रा को तहरीर भी दी थी। इसके चार दिन बाद थाने के एसआई सीपी सिंह घर पहुँचकर परिजनों से जबरदस्ती अपनी मर्जी के माफिक बयान लिखवा लिया और चोरी की घटना को गलत साबित करने की कोशिश की। साथ ही कहा कि बानेश्वर की पत्नी का मानसिक संतुलन ठीक नहीं है। बानेश्वर की पत्नी ने गहने व रुपये घर के ही दूसरे बक्से में रखकर चोरी होने का हवा उड़ा दिया था। उपनिरीक्षक सीपी सिंह ने ऐसा न करने पर परिवार को ही चोरी के मामले में फंसाने का धमकी देने लगे। इसलिए उस समय परिजनों ने पुलिस से डरकर जैसा सीपी सिंह चाहे वैसा ही बयान लिख दिया। अब चोरी के और सबूत मिलने पर फिर से नए थाना प्रभारी के सामने चोरी की घटना का खुलासा करने व मदद की गुहार लगा रहे हैं।
सीओ साहब ने लिया मामले का संज्ञान
इस संदर्भ में सीओ सकलडीहा ने कहा कि सीपी सिंह के द्वारा जबरन धमकाकर घर में सामान बरामदगी का सुलहनामा लिखवाने का मामला संज्ञान में आया है । उस समय चोरी का मामला संदिग्ध प्रतीत हुआ था। उसकी फिर से जांच का आदेश हुआ है। लेकिन जबरदस्ती सामान बरामदगी का सुलहनामा लिखवाया गया है तो यह गलत है, इसकी भी जांच की जाएगी। अगर ऐसा मामला सही मिला तो सीपी सिंह के खिलाफ कार्रवाई होगी।
कौन करेगा सीपी सिंह पर कार्रवाई
अपनी कार्यशैली से बलुआ पुलिस को बदनाम करवा रहे उपनिरीक्षक सीपी सिंह फिलहाल ट्रेनिंग में गब हुए हैं। अब देखना है कि नए थाना प्रभारी मामले में कितनी संवेदनशीलता दिखाते हैं। वहीं बलुआ के तत्कालीन थाना प्रभारी व हल्का इंचार्ज के द्वारा गुड वर्क के लिए अपनाए गए हथकंडे पर कैसे लगाम लगाने की कोशिश करते हैं।
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