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BMW की नंबर प्लेट लगाकर गांजा तस्करी करते थे तस्कर, पुलिस के एक्शन पर MP के व्यापारी ने CM-PM-राष्ट्रपति से लगायी गुहार

पुलिस जांच में यह भी पाया गया कि चांद बाबू के मोबाइल में लगी सिम 24 सितंबर को मध्य प्रदेश के मैहर से खरीदी गई थी, और सक्रिय होते ही उसने सबसे पहले नाजिम खान के नंबर पर कॉल की थी।
 

गांजा तस्करी मामले में इस नये खुलासे से मचा है हड़कंप

टाटा मोजो कार पर मिला नंबर MP की BMW का नंबर

फंसाए जा रहे व्यापारी ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को भेजा लेटर

चंदौली जिले में 27 अक्टूबर को सामने आए 52 किलो गांजा तस्करी प्रकरण ने अब नया मोड़ ले लिया है। पुलिस द्वारा जिस वाहन के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था, उस पर लगा नंबर मध्य प्रदेश के कटनी निवासी व्यापारी नाजिम खान की बीएमडब्ल्यू कार का निकला है। इस खुलासे के बाद मामले ने सनसनी फैला दी है। व्यापारी ने इस पूरे घटनाक्रम को एक षड्यंत्र बताते हुए राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और दोनों राज्यों के पुलिस प्रमुखों को पत्र भेजकर उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।

चंदौली पुलिस ने 27 अक्टूबर को एक टाटा मोजो कार से 52.100 किलो गांजा बरामद किया था, जिसकी बाजार कीमत लगभग 13 लाख रुपये बताई गई थी। इस मामले में पुलिस ने गाजीपुर निवासी चांद बाबू और कटनी निवासी नाजिम खान के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। पुलिस के अनुसार, पकड़े गए चालक चांद बाबू ने पूछताछ में नाजिम खान का नाम लिया था।

पुलिस जांच में यह भी पाया गया कि चांद बाबू के मोबाइल में लगी सिम 24 सितंबर को मध्य प्रदेश के मैहर से खरीदी गई थी, और सक्रिय होते ही उसने सबसे पहले नाजिम खान के नंबर पर कॉल की थी। इसी कॉल डिटेल और कार में मिले नंबर प्लेट (एमपी 21 ZF 0001) के आधार पर पुलिस ने नाजिम खान को आरोपी बनाया।

लेकिन जांच के दौरान चौंकाने वाला तथ्य सामने आया कि पकड़ी गई कार सफेद रंग की टाटा मोजो थी, जबकि नाजिम खान की गाड़ी नीले रंग की बीएमडब्ल्यू है। दोनों वाहनों पर एक ही नंबर प्लेट लगी पाई गई, जिससे यह मामला फर्जी नंबर प्लेट और पहचान के दुरुपयोग का शक गहरा गया है।

व्यापारी नाजिम खान का कहना है कि उन्हें जानबूझकर इस मामले में फंसाने की साजिश रची गई है। उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब उनके खिलाफ ऐसी साजिश की गई हो। उन्होंने बताया कि पूर्व में भी कटनी और भोपाल में इसी तरह के मामलों की शिकायतें उन्होंने दर्ज कराई थीं। नाजिम खान ने कहा कि “मैंने किसी भी प्रकार की तस्करी में हिस्सा नहीं लिया। यह मेरे खिलाफ रची गई गहरी साजिश है।”

उन्होंने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्रियों, दोनों राज्यों के डीजीपी, तथा कटनी और चंदौली के एसपी को पत्र भेजकर पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच की मांग की है।

इस बीच राष्ट्रपति कार्यालय से चंदौली पुलिस को पत्र प्राप्त होने की पुष्टि भी सामने आई है। एसपी आदित्य लांगो ने बताया कि “मामले से संबंधित पत्र प्राप्त हुआ है, और जांच जारी है। पूरी निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ जांच की जाएगी। यदि वाहन नंबर प्लेट फर्जी है या किसी षड्यंत्र के तहत प्रयोग की गई है, तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”

इस नए मोड़ से न केवल पुलिस बल्कि प्रशासनिक हलकों में भी हलचल मच गई है। अब सभी की निगाहें जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं, जिससे इस रहस्यमय प्रकरण की सच्चाई सामने आ सके।

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