चंदौली में बाल-बाल बची हावड़ा-बीकानेर एक्सप्रेस, दुर्घटना को इस रेलकर्मी ने टाला
हावड़ा-बीकानेर एक्सप्रेस दुर्घटना से बची बाल-बाल
गंजख्वाजा स्टेशन के पास पटरी में फ्रैक्चर
रेलवे अधिकारी और इंजीनियरिंग टीम मौके पर पहुंचे
35 मिनट में पटरी की सफल मरम्मत की गई
चंदौली जिले के पीडीडीयू नगर में शनिवार को हावड़ा से बीकानेर जा रही अप हावड़ा-बीकानेर एक्सप्रेस पीडीडीयू जंक्शन के पास गंजख्वाजा स्टेशन के समीप दुर्घटना से बाल-बाल बच गई। सुबह 08:57 बजे कीमैन श्रवण कुमार नियमित निरीक्षण के दौरान अप लाइन पर रेल पटरी में फ्रैक्चर देखकर सन्न रह गए। तुरंत उन्होंने इस सूचना को स्टेशन मास्टर संतोष कुमार को दी, जिससे रेलवे में हड़कंप मच गया।
स्टेशन मास्टर ने सुरक्षा उपाय के तहत समपार फाटक संख्या 78 के पास गेटमैन दिनेश कुमार को तात्कालिक कार्रवाई करने के निर्देश दिए। गेटमैन ने तुरंत सिग्नल बंद कर दिया और अप लाइन पर आने वाली ट्रेन को रोक लिया। इस सतर्कता के कारण ट्रेन दुर्घटना से बच गई।
रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और इंजीनियरिंग विभाग की टीम ने टूटी पटरी की मरम्मत की। लगभग 35 मिनट की मरम्मत के बाद सुबह 09:32 बजे हावड़ा-बीकानेर एक्सप्रेस को सुरक्षित रूप से आगे के लिए रवाना किया गया। इस कार्रवाई से रेलवे प्रशासन ने राहत की सांस ली।
पीडीडीयू मंडल रेल प्रबंधक उदय सिंह मीना ने कीमैन श्रवण कुमार, स्टेशन मास्टर संतोष कुमार, गेटमैन दिनेश कुमार और स्टेशन मास्टर विनय कुमार की तत्परता और सतर्कता की सराहना की। उन्हें उनके बहादुरीपूर्ण और जिम्मेदार कार्य के लिए सम्मानित किया गया।
रेलवे सूत्रों ने बताया कि दुर्घटना को टालने में कर्मचारियों की त्वरित प्रतिक्रिया और सुरक्षा व्यवस्था ने बड़ा योगदान दिया। रेलवे प्रशासन ने सभी कर्मचारियों को सतर्क रहने और नियमित निरीक्षण जारी रखने के निर्देश दिए हैं।
इस घटना से यह स्पष्ट हुआ कि रेलवे सुरक्षा में कर्मचारी की सतर्कता कितनी महत्वपूर्ण है। समय पर सूचना और त्वरित कार्रवाई से बड़े रेल हादसों को रोका जा सकता है। यात्रियों और रेलवे के लिए यह एक सीख और चेतावनी दोनों ही है कि सुरक्षा सर्वोपरि है।
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