शिक्षामित्रों का ऐलान, 25 जुलाई को मनाया जाएगा काला दिवस
25 जुलाई को आंदोलन करके काला दिवस मनाने की तैयारी
शिक्षामित्रों का समयोजन 25 जुलाई को हुआ था रद्द
कई शिक्षामित्रों की हुई थी मौत
जिला मुख्यालयों पर होगा श्रद्धांजलि सभा का आयोजन
चंदौली जिले में उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ की बैठक रविवार को मुख्यालय स्थित प्राथमिक विद्यालय पर हुई। इसमें संगठन सहित विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की गई। साथ ही 25 जुलाई को काला दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया। सरकार के फैसले के दुष्परिणाम के खिलाफ आंदोलन की रूपरेखा बनाकर आंदोलन का फैसला किया गया।
इस दौरान जिलाध्यक्ष इन्द्रजीत यादव ने कहा कि 25 जुलाई शिक्षामित्रों को काला दिन के रूप में हमेशा याद रहेगा। क्योंकि इसी दिन शिक्षामित्रों का समायोजन रद्द हुआ था। इस फैसले ने शिक्षामित्रों के जीवन भर की खुशियां छीन ली थी। इसका सदमा सहन न कर पाने की वजह से जिले के एक दर्जन से अधिक शिक्षामित्रों ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली थी। उनके घर में आज भी मातम की स्थिति है।
कई बच्चे जिनके पिता की मौत हुई थी वे अब अनाथ हो गए हैं। उन लोगों के याद में प्रांतीय नेतृत्व के निर्देश पर जिला मुख्यालयों पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन दिया जाएगा।
इस मौके पर राजेश सिंह, अजीत तिवारी, जेपी सिंह, रामकरण, मनोज तिवारी, राजन राय, लालजी, पूजा सिंह, सुनीता मौर्या, मिंता राय, मनोरमा, कल्पना, महेंद्र, यशवंत, यूनुस, फैयाज, नन्दलाल गिरी, प्यारे मौर्य, बाल्मीकि, सुरेंद्र सहित अन्य शिक्षामित्र उपस्थित रहे।
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