काशी में नीति आयोग जिलाधिकारियों संग करेगा चिंतन-मंथन, उत्तरी क्षेत्रीय सम्मेलन में आ रहे 72 डीएम
काशी में नीति आयोग के नेतृत्व में क्षेत्रीय सम्मेलन
72 जिलाधिकारी और अन्य अधिकारी करेंगे शिरकत
विकास कार्यक्रमों और योजना के परिणामों पर विस्तार से होगी चर्चा और शेयर होंगे अनुभव
नीति आयोग की अगुआई में काशी में 24 अक्टूबर को उत्तरी क्षेत्र के सर्वोत्तम अभ्यास (बेस्ट प्रैक्टिसेज) पर एक दिवसीय क्षेत्रीय सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। इस सम्मेलन में देश के उत्तरी क्षेत्र के 72 जिलाधिकारी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी हिस्सा लेंगे। उत्तर प्रदेश से 42 जिलाधिकारी इसमें उपस्थित रहेंगे। सम्मेलन की अध्यक्षता नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रमण्यम करेंगे। नीति आयोग के अतिरिक्त सचिव रोहित कुमार और अन्य केंद्रीय विभागों के अधिकारी भी इस बैठक में शामिल होंगे।
जिला प्रशासन के अनुसार, पांडेयपुर स्थित होटल हिल्टन में प्रस्तावित इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य विकास कार्यक्रमों और अन्य योजना संबंधी परियोजनाओं के सार्थक परिणामों पर चर्चा करना है। इसमें उत्तरी क्षेत्र के जिलों द्वारा किए गए उल्लेखनीय कार्यों की प्रस्तुति दी जाएगी और अधिकारियों के बीच विचार साझा किए जाएंगे।
नीति आयोग ने दो साल पूर्व संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम के सहयोग से सामाजिक क्षेत्र में ‘सर्वोत्तम अभ्यास एक संकलन, 2023’ जारी किया था। यह संकलन भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में तैयार किया गया था। इसमें केंद्रीय मंत्रालयों और राज्य सरकारों द्वारा किए गए प्रयासों को रेखांकित किया गया है। इस संकलन में 14 प्रमुख सामाजिक क्षेत्रों से संबंधित कुल 75 केस स्टडी शामिल की गई हैं, जो सभी राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और भारत सरकार के 30 मंत्रालयों एवं विभागों से प्राप्त की गई हैं।
सम्मेलन में स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण, ई-गवर्नेंस और महिला सशक्तीकरण जैसे प्रमुख विषयों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसके अलावा कृषि और संबद्ध सेवाएं, ऊर्जा, शहरीकरण, कौशल विकास, आजीविका और श्रम कल्याण जैसे क्षेत्र भी शामिल हैं। इन सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने का उद्देश्य अधिकारियों और जिलाधिकारियों को नवाचार अपनाने और सामाजिक सुधार को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित करना है।
जिला प्रशासन ने कहा कि यह सम्मेलन नीति आयोग की दिशा में उत्तरी क्षेत्र में किए गए उल्लेखनीय कार्यों को उजागर करने और अन्य जिलों के लिए प्रेरक मॉडल स्थापित करने का महत्वपूर्ण अवसर है। सम्मेलन के माध्यम से अधिकारी अनुभव साझा करेंगे और बेहतर योजना क्रियान्वयन के लिए नई रणनीतियाँ विकसित की जाएंगी।
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