महाकुंभ तीर्थयात्रियों की वापसी तक जारी रहेंगी विशेष ट्रेनें, ऐसा है रेलमंत्री का आदेश

रेलवे ने अंतिम स्नान के दिन चलाईं साढ़े तीन सौ ट्रेनें
तीर्थयात्रियों की भीड़ को देखते हुए जारी रहेगा संचालन
महाशिवरात्रि के बाद भी श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद
महाकुंभ में श्रद्धालुओं के आवागमन के लिए रेलवे ने जो व्यवस्था कर रखी है, उसे अभी जारी रखेगा। श्रद्धालुओं की वापसी तक विशेष ट्रेनें चलती रहेंगी। अंतिम स्नान के दिन बुधवार को रेलवे ने साढ़े तीन सौ से अधिक ट्रेनें चलाईं। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का मानना है कि प्रयागराज में आगे भी लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का जाना जारी रह सकता है। ऐसे में सबकी सकुशल वापसी कराना रेलवे के सामने किसी चुनौती से कम नहीं होगी। महाकुंभतीर्थ यात्रियों के लिए 43 दिनों में 15 हजार से अधिक ट्रेनें चलाकर रेलवे ने कीर्तिमान बनाया है। एक दिन पहले 25 फरवरी को भी 314 गाड़ियां चलाई गई थीं। रविवार को भी 335 ट्रेनें चलाई गई थीं, जिनसे 16 लाख से अधिक लोग अपने गंतव्य तक पहुंचे।

आपको बता दें कि महाकुंभ स्नान जब शुरू हुआ था तो रेलवे ने साढ़े 13 हजार ट्रेनें चलाने की तैयारी कर रखी थी, लेकिन जैसे-जैसे समय आगे बढ़ता गया, ट्रेनों की संख्या भी बढ़ती गई और उम्मीद से लगभग दो हजार ज्यादा ट्रेनें चलानी पड़ी। अंतिम स्नान के दिन भी प्रयागराज के आसपास के रेलवे स्टेशनों पर तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ देखी जा रही है।
उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश एवं बंगाल समेत कई राज्यों के श्रद्धालु बड़ी संख्या में प्रयागराज आए हुए हैं, जिन्हें घर लौटने की बेताबी है। महाशिवरात्रि के मौके पर नई दिल्ली में यात्रियों की भीड़ का अंदाजा लगाकर रेलवे ने होल्डिंग एरिया में 36 टिकट काउंटर बना रखे हैं और स्वचालित टिकट वेंडिंग मशीनें भी लगाई गई हैं। रेल मंत्री ने स्वयं स्टेशन की व्यवस्था का निरीक्षण किया।
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और सीईओ सतीश कुमार सक्रिय रूप से ट्रेन संचालन की निगरानी कर रहे हैं। सरकार ने रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और सभी जोनल अधिकारियों को महाकुंभ यात्रियों की पूरी देखभाल सुनिश्चित करने एवं जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त विशेष ट्रेनें भी चलाने का निर्देश दे रखा है।
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