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5 फरवरी को सरस्वती पूजा 2022 : सरस्वती प्रतिमा को तराशने में लगे कारीगर

चंदौली जिले में सरस्वती पूजा के मद्देनजर कलाकार मां सरस्वती की प्रतिमाओं को तराशने में लग गए हैं। बंगाल के कलाकारों ने नगर में डेरा जमा लिया है।
 

5 फरवरी को सरस्वती पूजा 2022

सरस्वती प्रतिमा को तराशने में लगे कारीगर
 

चंदौली जिले में सरस्वती पूजा के मद्देनजर कलाकार मां सरस्वती की प्रतिमाओं को तराशने में लग गए हैं। बंगाल के कलाकारों ने नगर में डेरा जमा लिया है। मिट्टी की प्रतिमाओं में जान फूंक रहे हैं। नगर में कई स्थानों पर प्रतिमाओं का निर्माण किया जाता है। इस बार 5 फरवरी को मां सरस्वती की पूजा की जाएगी। 


विद्या की आराध्य देवी मां सरस्वती की पूजा के मद्देनजर कलाकार प्रतिमाओं को तराशने में लग गए हैं। बंगाल के कलाकारों ने नगर में डेरा जमा लिया है। मिट्टी की प्रतिमाओं में जान फूंक रहे हैं। पूजा कमेटियों के सदस्य जहां पंडाल बनाने में जुट गए हैं वहीं मूर्तिकार भी मूर्तियों को अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं। 


मुगलसराय की साथ ही रेलवे कालोनी व अलीनगर क्षेत्र मिलाकर 60 से अधिक स्थानों पर पंडाल बनाकर पूजा की जाती है। सरस्वती पूजा के दौरान सबसे ज्यादा उत्साह विद्या अध्ययन में लगे विद्यार्थियों में देखा जाता है। प्रतिमा बनाने वाले युद्धस्तर पर मूर्तियों को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं। बहुत सी प्रतिमाएं तैयार भी हो गई हैं, जो तैयार नहीं हुई हैं, उन पर काम चल रहा है। 

सरस्वती प्रतिमा को तराशने में लगे कारीगर


नगर में मुख्य रूप से दो स्थानों पर मूर्तिकार प्रतिमा बनाते हैं, एक तो नई बस्ती में और दूसरे सेंट्रल कालोनी में। आकार व सजावट के अनुसार मूर्तिकार मूर्तियों की कीमत लेते हैं। इस वर्ष मूर्तियों की कीमत दो सौ रुपये से लेकर पांच हजार रुपये तक रही। 


बंगाल के कलाकार केना पाल ने बताया कि दिसंबर माह से ही मूर्ति बनाने का कार्य शुरू कर देते हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा मूर्ति बनाई जा सकें। समय पर मूर्ति उपलब्ध हो सके। मूर्तियों की बनावट के अनुसार उनका मूल्य निर्धारित किया गया है।

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