सावन में उमड़ता है लाखों कांवड़ियों का रेला, पर रेल के टिकटों में नहीं दिखती है बढ़ोत्तरी

पिछले वर्ष महज 2007 टिकट ही बिके
रेलवे के मंसूबे पर फिरता है पानी
जमकर होता है रेल राजस्व का नुकसान
अबकी बार होगी जबरदस्त चेकिंग
चंदौली जिले में सावन का महीना शुरू होते ही पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन पर कांवड़ियों की भारी भीड़ उमड़ती है। पूर्वांचल के विभिन्न जिलों से लाखों की संख्या में श्रद्धालु झारखंड के बाबा बैद्यनाथ धाम जल चढ़ाने के लिए निकलते हैं, लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि इतनी भीड़ के बावजूद रेलवे टिकट बिक्री में खास इजाफा नहीं देखता।

रेलवे के आंकड़े बताते हैं कि पिछले वर्ष सावन में पीडीडीयू से सुल्तानगंज, जसीडीह और मधुपुर जैसे प्रमुख स्टेशनों के लिए केवल 2007 जनरल टिकट ही बिके थे। जबकि अनुमानतः एक महीने में दो से आठ लाख से अधिक कांवड़िए यहां से यात्रा पर निकले थे।
110 किमी की पदयात्रा, लेकिन बिना टिकट

भक्त पीडीडीयू जंक्शन से ट्रेन पकड़कर भागलपुर के सुल्तानगंज तक पहुंचते हैं, जहां से 110 किमी की कठिन पदयात्रा कर बाबा बैद्यनाथ धाम (देवघर) पहुंचते हैं। इसके अलावा कई श्रद्धालु जसीडीह और मधुपुर तक यात्रा कर वहीं से सड़क मार्ग द्वारा देवघर पहुंचते हैं। इसके बावजूद यात्रा के लिए अधिकतर लोग बिना टिकट सफर करते हैं, जिससे रेलवे को प्रतिवर्ष भारी नुकसान उठाना पड़ता है।
भीड़ तो हर दिन, पर टिकट बिक्री न के बराबर
बताते चलें कि 2024 में सावन माह 22 जुलाई से 19 अगस्त तक चला था, जिसमें पांच सोमवार पड़े थे। यह दिन धार्मिक रूप से विशेष माने जाते हैं। फिर भी टिकट बिक्री की स्थिति कुछ यूं रही।
इन तारीख को बिके टिकट 18 जुलाई को 29, 25 जुलाई को 35,1 अगस्त को 65,8 अगस्त को 69, और 15 अगस्त को 69 टिकट बिका था इस पूरे महीने में कुल 2007 टिकट ही बेचे गए, जो श्रद्धालुओं की अनुमानित संख्या की तुलना में नगण्य है।
टिकट न लेने से रेलवे को नुकसान, शुरू होगा चेकिंग अभियान
रेलवे अधिकारियों के अनुसार सावन में अधिकतर यात्री टिकट नहीं लेते और भीड़ का लाभ उठाकर फ्री यात्रा करते हैं। वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक राजीव रंजन ने बताया कि इस बार बड़े पैमाने पर टिकट चेकिंग अभियान चलाया जाएगा और यात्रियों को उचित टिकट लेकर यात्रा करने के लिए जागरूक भी किया जाएगा।
वाराणसी, चंदौली, गाजीपुर समेत कई जिलों से उमड़ते हैं श्रद्धालु
हर वर्ष की तरह इस बार भी 11 जुलाई से सावन शुरू हो रहा है। वाराणसी, चंदौली, गाजीपुर, जौनपुर, भदोही, मिर्जापुर और सोनभद्र समेत पूर्वांचल के कई जिलों से भारी संख्या में कांवड़िए पीडीडीयू जंक्शन पर जुटेंगे। यहां से कांवड़िए ट्रेनों के माध्यम से बाबा बैद्यनाथ धाम की यात्रा पर निकलते हैं।
श्रद्धा में कमी नहीं, व्यवस्था में सुधार की दरकार
कठिन यात्रा, भीषण गर्मी और बारिश के बावजूद भक्तों में उत्साह की कोई कमी नहीं होती। परंतु व्यवस्था के स्तर पर टिकटिंग को लेकर बड़ी ढिलाई दिखती है। यदि रेलवे ने समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए तो न केवल राजस्व हानि होगी बल्कि अव्यवस्था भी बढ़ेगी।
यह रिपोर्ट सावन यात्रा की तैयारियों और रेलवे व्यवस्था को दर्शाती है। भविष्य में यदि ट्रेनों की निगरानी और टिकट जांच सख्ती से की जाए, तो रेलवे को भारी राजस्व प्राप्त हो सकता है।
चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*