तस्वीरें बोलती हैं.. अब जनता को फैसला करना है कि किसे विधायक बनाना है
सोशल मीडिया में तेजी से होंगे इस तरह के प्रचार
सावधान रहिएगा नेताजी.. हर गतिविधि पर विरोधियों की नजर
कहते हैं चुनावी जंग में विरोधी की हर गतिविधि पर नजर रखना और हर एक काम को अपने फेवर में कर लेना राजनेता का खास गुण होता है, लेकिन अब यह काम पार्टी के समर्थकों के साथ साथ नेता के कुछ खासमखास लोग भी कर रहे हैं। वह अपनी पार्टी के राजनेता के साथ साथ दूसरे दलों के राजनेताओं की गतिविधियों पर पड़ी बारीकी से नजर रखते हैं और इसका इस्तेमाल चुनाव प्रचार और सोशल मीडिया पर कर रहे हैं।
एक ऐसे ही तस्वीर सैयदराजा विधानसभा के भाजपा विधायक सुशील सिंह और समाजवादी पार्टी के दावेदारों में से एक सुधाकर कुशवाहा को लेकर वायरल की जा रही है जिसमें ...फर्क साफ है.. लिखकर ठीक उसी तरह प्रचारित और प्रसारित करने की कोशिश हो रही है, जैसे कभी कांग्रेस पार्टी के बड़े-बड़े नेताओं और पूर्व प्रधानमंत्री की फोटो को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ की तस्वीरों के साथ तुलनात्मक बातें लिखकर किया जाता था। अब यह काम राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर से धीरे-धीरे विधानसभा स्तर पर भी पहुंचने लगा है।
इसी तरह के प्रचार से प्रभावित समाजवादी पार्टी के एक समर्थक सोशल मीडिया पर सुशील सिंह व सुधाकर कुशवाहा की तस्वीर साझा की है। जिसमें कुछ फर्क दिखाने व बताने की कोशिश की जा रही है। यह तस्वीर देखकर आप भी कुछ फर्क जान सकते हैं तो देखिए व अपने हिसाब से समझिए।
इस बारे में जब समाजवादी पार्टी के नेता व विधानसभा सीट से दावेदार सुधाकर कुशवाहा बातचीत की गई तो उनका कहना था यह तस्वीर किसी कार्यकर्ता के द्वारा बनाई गई लगती है और वही इसे सोशल मीडिया पर शेयर कर रहा है। मैं तो उसे जानता भी नहीं हूं, लेकिन जो बात तस्वीर में दिख रही है उसे कोई झुठला भी नहीं सकता। सैयदराजा की जनता को फैसला करना है कि वह सम्मान देने वाले को विधायक को चुनना चाहती हैं या सिर्फ सम्मान लेने वाले को।
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