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ईसाई मिशनरी अमर ज्योति केंद्र पर तालाब की जमीन कब्जाने का आरोप, समाज सेवा की आड़ में हो रहा है खेल

युवा संघर्ष मोचों के संयोजक शैलेंद्र पांडेय ने एसडीएम को ईसाई मिशनरी अमर ज्योति केंद्र खड़ेहरा के खिलाफ गांव सभा के तालाब की जमीन को अवैध तरीके से कब्जा करके पका निर्माण कर लिए जाने की शिकायत किया था
 

अवैध तरीके से ग्रामीण क्षेत्रों की सरकारी जमीनों पर कर रहे है कब्जा

अधिवक्ता ने की है एसडीएम से शिकायत

देखिए कब होती है जांच और कार्रवाई

चंदौली जिले के सकलडीहा के खड़ेहरा गांव स्थित संचालित ईसाई मिशनरी अमर ज्योति केंद्र मिशनरी समाज सेवा की आड़ में किस तरह सुनियोजित तरीके से धर्मातरण के साथ अवैध तरीके से ग्रामीण क्षेत्रों की सरकारी जमीनों को कब्जा कर रही है। इसकी पुष्टि अब तहसील प्रशासन की जांच से स्पष्ट हो गया है। 

गौरतलब है कि विगत 14 अक्टूबर को युवा संघर्ष मोचों के संयोजक शैलेंद्र पांडेय ने एसडीएम को ईसाई मिशनरी अमर ज्योति केंद्र खड़ेहरा के खिलाफ गांव सभा के तालाब की जमीन को अवैध तरीके से कब्जा करके पका निर्माण कर लिए जाने की शिकायत किया था। जिस पर उपजिलाधिकारी ने जांच कराया तो शिकायत सही मिलने पर कब्जाधारी अमर ज्योति केंद्र के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करने का निर्देश जारी कर दिया है। इसकी जानकारी मिलते ही अमर ज्योति केंद्र से जुड़े लोगों में हड़कंप मच गया है। 


इस बाबत शिकायतकर्ता युवा संघर्ष मोचों के शैलेंद्र पांडेय कवि ने बताया है कि मेरे द्वारा अमर ज्योति केंद्र खड़ेहरा के खिलाफ सरकारी जमीन हड़पने की शिकायत किया गया था। जिसपर एसडीएम ने जांच कराया है जहां मेरी शिकायत सही मिली है। बताया कि आराजी नंबर 468 ख में अमर ज्योति केंद्र बनाया गया है। वह भूमि फसली वर्ष 1356, 59 में तालाब के रूप में दर्ज है। इस पूरे प्रकरण की जांच उप जिलाधिकारी महोदय ने बारीकी से कराया। जहां 30 बीघा जमीन पर कब्जा करने वालो के खिलाफ कार्यवाही शुरू हो गया है। एसडोएम के आदेश में कब्जा धारियों को नोटिस जारी करने के लिए निर्देश जारी किया गया है। यह ईसाई मिशनरी के खिलाफ बड़ी लडाई मेरे द्वारा जारी है। 


उन्होने कहा कि वाराणसी के बिशप चर्च के फादर डायसीज के नाम से लगभग चार बीघा से अधिक जमीन दर्ज है। इसी के साथ-साथ अन्य सरकारी जमीनों को कब्जा एक षड्यंत्र के रूप में किया जा रहा है। श्री पांडेय ने यह भी बताया है कि अभी और भी ईसाई मिशनरी के कार्यनामे जनमानस के सामने आयेंगे। जो देश और भारतीय समाज के लिए घातक होंगे। तालाब, ताल तलैया, खलिहान यह सब भारतीय संस्कृति की पहचान है। ऐसी जमीनों पर अंदर से धरि-धीरे कुटरचित तरीके से अपना नाम चढ़वा कर कब्जा करके बिल्डिंग बनाना एक सुनियोजित तरीका है। जो हमारे सांस्कृतिक रूप को नुकसान पहुंचाने का कुचक्र चलाया जा रहा है। हमारी लड़ाई ने इस षड्यंत्र पर पहली चोट दिया है। जिसका असर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पड़ने वाला है। जहां ईसाई मशीनरी चलाने वालों के खिलाफ आंदोलन और तेजी के साथ बढ़ेगा।

 वहीं शैलेंद्र पांडेय एडवोकेट ने उपजिलाधिकारी महोदय को धन्यवाद देते हुए कहा किया यह मुहिम जारी रहेगी और भी बड़े-बड़े भू माफिया के ऊपर कार्रवाई के लिए हम लोग प्रशासन को पत्र देंगे। वही जांचोपरांत अमर ज्योति केंद्र का घिनौना सच सामने आने के बाद युवा संघर्ष कार्यकर्ताओं में काफी हर्ष व्याप्त हो गया है।

 वहीं तहसील अध्यक्ष अशोक मिश्रा एडवोकेट, रमाशंकर खरवार, श्रीकांत राजभर, पूर्व अध्यक्ष तहसील बार योगेंद्र मिश्रा, जिला पंचायत सदस्य संजय पांडेय, हिंदू युवा वाहनी के पूर्व जिला अध्यक्ष रामदयाल यादव रिंकू, बाबा कीनाराम मठ के संयोजक और बीएचयू छात्र नेता अजीत सिंह, विधानसभा के नेता जय श्याम त्रिपाठी, मंडल अध्यक्ष अरुण मिश्रा, ग्राम प्रधान रिंकू सिंह सहित अन्य ने धन्यवाद जताया है।

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