लालफीताशाही के आगे बेहद कमजोर हो चुकी है योगी सरकार, जिला पंचायत सदस्य अंजनी सिंह का आरोप

भाजपा सरकार पर जिला पंचायत सदस्य अंजनी सिंह का तीखा प्रहार
मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल बना भ्रष्टाचार और निराशा का अड्डा
अफसरशाही हावी, डीएम से दरोगा तक कर रहे जनता की अनदेखी
चंदौली जिले के धानापुर में उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर जिला पंचायत सदस्य अंजनी सिंह ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि प्रदेश में शासन-प्रशासन की व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है और योगी आदित्यनाथ की सरकार लालफीता शाही के आगे घुटने टेक चुकी है। उन्होंने कहा कि गरीब, असहाय और लाचार जनता को न्याय नहीं मिल रहा है, जबकि अधिकारी और कर्मचारी खुद को मुख्यमंत्री समझते हुए निरंकुश हो गए हैं।

अंजनी सिंह ने कहा कि जिले से लेकर तहसील और थाने तक के अधिकारी और कर्मचारी सत्ता का दुरुपयोग कर रहे हैं। डीएम से लेकर दरोगा तक, सभी जनहित की उपेक्षा कर आम जनता को दर-दर की ठोकरें खाने पर मजबूर कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि यह सब कुछ मुख्यमंत्री की जानकारी में होते हुए भी हो रहा है, जो शासन की कमजोरी और प्रशासन की मनमानी को उजागर करता है।

उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि भाजपा के अपने ही लोग सत्ता के भीतर रहकर सरकार को कमजोर करने का काम कर रहे हैं। "भाजपाई भाई मेरी बात से नाराज़ हो सकते हैं, लेकिन सच्चाई यही है कि सरकार की नाव में कील ठोकने का काम खुद भाजपा के कुछ लोग और बेलगाम अधिकारी कर रहे हैं," उन्होंने कहा।
जन समस्याओं की सुनवाई, समाधान और जनहित के मामलों में सरकार की असफलता की ओर इशारा करते हुए सिंह ने कहा कि जिला, तहसील, ब्लॉक और थानों में बैठे अधिकारी जन समस्याओं को सुलझाने के बजाय जनता को और अधिक उलझाने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि न्याय की मांग करने वाले नागरिकों को अफसरशाही तंत्र के तहत केवल भ्रमित और अपमानित किया जा रहा है।
अंजनी सिंह ने मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि यह पोर्टल अब जनता की उम्मीद नहीं, बल्कि निराशा का केंद्र बन चुका है। अधिकारी झूठी और भ्रामक रिपोर्टें तैयार कर मामलों को निस्तारित कर देते हैं और सरकार इस पर आंख मूंदे बैठी रहती है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब सरकार खुद ही अपने अधिकारियों के सामने बेबस हो गई है, तो जनता किससे न्याय की उम्मीद करे?
उन्होंने कहा कि एक तरफ गरीबों के मकानों पर बुलडोज़र चलाने में सरकार ताकतवर दिखती है, वहीं दूसरी ओर उन्हीं गरीबों को न्याय देने में पूरी तरह असमर्थ नजर आती है। प्रशासन की लापरवाही, जनविरोधी रवैया और जनहित की उपेक्षा ने योगी सरकार को जनता की नजरों में कमजोर और असफल बना दिया है।
अंत में अंजनी सिंह ने कहा कि यदि योगी सरकार को सच में जनहित की चिंता है, तो उसे अपने प्रशासनिक तंत्र में सुधार कर आम जनता को न्याय दिलाने की पहल करनी चाहिए, वरना जनता का विश्वास पूरी तरह उठ जाएगा।
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