साइबर सुरक्षा और महिला सशक्तिकरण पर जागरूकता कार्यक्रम, डॉ. आशीष मिश्रा ने दी डिटेल जानकारी

जवाहर नवोदय विद्यालय में जागरूकता कार्यक्रम
बलुआ इंस्पेक्टर डॉ. आशीष मिश्रा ने दी छात्र-छात्राओं को जानकारी
सुविधा के उपयोग में किन-किन बातों का रखना का ध्यान
चंदौली जिले में बैराठ स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में साइबर सुरक्षा और महिला सशक्तिकरण जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन दो सत्रों में किया गया, जिसमें साइबर सुरक्षा और महिला सशक्तिकरण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई।
बताया जा रहा है कि कार्यक्रम के मुख्य वक्ता बलुआ इंस्पेक्टर डॉ. आशीष मिश्रा और विद्यालय के प्राचार्य संजय मिश्र ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। अतिथियों के पारंपरिक स्वागत के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की। छात्रों ने तिलक और बैज लगाकर उत्साहपूर्वक अतिथियों का अभिनंदन किया।

कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना, स्वागत गीत और प्राचार्य के प्रेरणादायक उद्बोधन से हुआ। इस दौरान बलुआ इंस्पेक्टर डॉ. आशीष मिश्रा ने छात्रों को साइबर सुरक्षा के बढ़ते महत्व और इससे जुड़ी चुनौतियों पर जागरूक किया। कहा कि आधुनिक युग में साइबर सुरक्षा एक आवश्यक कौशल बन गया है और इसे अपनाने में सतर्कता बेहद जरूरी है। छात्रों को साइबर सुरक्षा के कई व्यावहारिक उपाय बताए।
बलुआ इंस्पेक्टर डॉ. आशीष मिश्रा ने सबसे पहले छात्रों को यह समझाया कि इंटरनेट के माध्यम से होने वाली धोखाधड़ी से बचाव संदिग्ध लिंक पर क्लिक करना, अनजान लोगों से ऑनलाइन दोस्ती करना, या अज्ञात कॉल्स का जवाब देना खतरनाक हो सकता है। कोई भी सरकारी संस्थान फोन पर ओटीपी नहीं मांगता है। उन्होंने छात्रों को सावधान किया कि अधिक पैसों के लालच में किसी भी लिंक या मैसेज पर भरोसा न करें। साइबर सुरक्षा से संबंधित मामलों में सबसे पहला कदम इंटरनेट कनेक्शन को बंद करना है। ऑनलाइन गैंबलिंग जैसे खेलों से बचा जाना चाहिए, क्योंकि यह वित्तीय नुकसान का बड़ा कारण बन सकता है।
बलुआ इंस्पेक्टर डॉ. आशीष मिश्रा ने छात्रों को डिजिटल फ्रॉड के खिलाफ सजग रहते हुए अपने पासवर्ड को किसी के साथ साझा न करने और अनावश्यक रूप से इंटरनेट का उपयोग न करने की सलाह दी। इसके अतिरिक्त अंतरराष्ट्रीय कॉल्स को लेकर भी सतर्क किया। कुछ सॉफ़्टवेयर और ऐप्स ऐसी जानकारी चुरा सकते हैं, जिनका उपयोग गलत कार्यों के लिए किया जा सकता है। मोबाइल फोन पर अंजान कॉल रिसीव करते समय फोन के कैमरे को ढककर रखें।
बलुआ इंस्पेक्टर डॉ. आशीष मिश्रा ने महिला सशक्तिकरण पर छात्रों को सकारात्मक और नकारात्मक स्त्रीवाद का अंतर समझाते हुए बताया कि समाज में महिलाओं को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक होना आवश्यक है। महिलाओं को हर प्रकार की असुरक्षा और शोषण के खिलाफ खुलकर आवाज उठानी चाहिए । पॉक्सो एक्ट में कानून बच्चों और महिलाओं को शोषण से बचाने के लिए बनाया गया है। किसी भी समस्या का समाधान बातचीत और जागरूकता के माध्यम से किया जा सकता है। प्रेरित किया कि छात्र-छात्राएं अपने माता-पिता से हर प्रकार की समस्याओं और चिंताओं को साझा करें। महिला सशक्तिकरण के संदर्भ में छात्रों को राष्ट्र निर्माण में बढ़-चढ़कर भाग लेने के लिए प्रेरित किया।कार्यक्रम के अंत में छात्रों और शिक्षकों ने अपनी जिज्ञासाओं को साझा किया। सभी सवालों का समाधान करते हुए छात्रों को यह भरोसा दिलाया कि साइबर सुरक्षा और महिला सशक्तिकरण के प्रति जागरूक रहकर वे समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं।
कार्यक्रम में महिला आरक्षी शालिनी चौधरी,उपप्राचार्य सुभेन्दु भट्टाचार्य सहित सभी अध्यापक उपस्थित रहे । संचालन चिन्मय मिश्र ने किया ।
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