अफसरों की जेब गरम करके चल रहे हैं अवैध ईंट भट्ठे, डर के मारे नहीं होती है कार्रवाई

बिना प्रमाण पत्र के धड़ले से चल रहे हैं ईंट भट्ठे
हर दिन खूब जहर उगल रहे ईंट भट्ठे
प्रशासन के सामने हो रहा है अवैध कारोबार
नोटिस देकर बैठे हुए हैं सारे अधिकारी
चंदौली जनपद में दर्जनों ईंट भट्ठे बिना प्रदूषण प्रमाण पत्र के ही खुलेआम अपने चिमनियों से धुएं के रूप में जहर उगल रहे हैं और प्रशासन मौन साधे हुए हैं। इसकी चर्चा जोरों पर हो रही है कि कुछ भट्ठे साहब लोगों की जेब गर्म करके और कुछ सत्ताधारी पार्टी के खासमखास लोगों की शह पर चल रहे हैं। सत्तापक्ष के समर्थकों के भट्ठों पर प्रशासन और प्रदूषण विभाग हाथ डालने की हिम्मत नहीं कर पा रहा है। आखिर अवैध रूप से चल रहे इन ईंट भट्टों के खिलाफ कार्यवाही करने से अधिकारी क्यों डर रहे हैं और अपनी बदनामी करवा रहे हैं।

आपको बता दें कि चंदौली जनपद में भारी पैमाने पर ईंट भट्ठे बिना प्रदूषण प्रमाण पत्र के ही धड़ल्ले से चल रहे हैं। इन ईंट भट्टों पर नोटिस देने के नाम पर अवैध वसूली की जाती है और उसके बाद वह बिना प्रदूषण प्रमाण पत्र के ही अपनी चिमनी से जहर उगलकर वातावरण को दूषित करने का कार्य कर रहे हैं। समय-समय पर विभागीय अधिकारियों द्वारा चेकिंग की जाती है लेकिन फिर मामला जस का तस हो जाता है। जनपद के सकलडीहा तहसील में सबसे अधिक ईंट भट्ठे बिना प्रमाण पत्र के चल रहे हैं, जहां प्रदूषण विभाग केवल नोटिस थमा कर अपना खानापूर्ति कर दिया है। वहीं प्रशासन के सामने इतना बड़ा अवैध कारोबार चल रहा है और जिला से लेकर तहसील प्रशासन चुप्पी साधे हुए है। भरी पैमाने पर ईंट भट्ठे बिना प्रदूषण प्रमाण पत्र के ही चल रहे हैं।
हालांकि संबंध में प्रदूषण विभाग के अधिकारी से जब बात किया गया तो उन्होंने बताया कि 45 से अधिक ईंट भट्ठे बिना प्रदूषण प्रमाण पत्र के चल रहे हैं, उनके खिलाफ नोटिस देकर कार्यवाही के लिए चेतावनी दिया गया है। जबकि सकलडीहा के नवागत उपजिला अधिकारी से इस संबंध में बात किया गया तो उन्होंने जांच करान के बाद कार्रवाई करने की बात कही है।

अब देखना है कि इन ईंट भट्टों के स्वामियों द्वारा अभी तक जो सेटिंग-गेटिंग करके खेल किया जा रहा था, नए अधिकारी किस तरह की कार्रवाई करते हैं।
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