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क्या सांसद जी ही बनावाएंगे यह टूटी हुयी पुलिया, आखिर क्यों नहीं मिल रहा है बजट ​​​​​​​

चंदौली जिले के सकलडीहा विकासखंड के एक गांव में आने-जाने वाली सड़क को जोड़ने के लिए लेहरा मनिहरा ड्रेन पर बनी पुलिया पिछले 1 साल से टूटी पड़ी है।
 

सकलडीहा विकासखंड का हाल

गोहदा पंडुकपुर मार्ग के बीच में है ये पुलिया

ओरवां, पंडुकपुर, दिनदासपुर, जैसे कई गांव के लोगों का है आना जाना 

 

चंदौली जिले के सकलडीहा विकासखंड के एक गांव में आने-जाने वाली सड़क को जोड़ने के लिए लेहरा मनिहरा ड्रेन पर बनी पुलिया पिछले 1 साल से टूटी पड़ी है। विकास की गंगा बहाने वाले राजनेताओं के संज्ञान में यह मामला लगभग 1 साल से है, लेकिन इसकी मरम्मत कब व कैसे होगी..इसका जवाब किसी के पास  नहीं है। विभाग बजट का रोना रो रहा है।

जानकारी में कहा जा रहा है कि गोहदा पंडुकपुर मार्ग के बीच में लेहरा मनिहरा ड्रेन पर बनी पुलिया एक साल से टूट कर खतरनाक हालत में पड़ी है, जिसपर आने जाने में ओरवां, पंडुकपुर, दिनदासपुर, जैसे कई गांववासियों को बड़ी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। यह ड्रेन बंधी प्रखंड वाराणसी फर्स्ट सब-डिवीजन के पास है।

पहले भी यह जानकारी लोकसभा सूचना ग्रुप चन्दौली में डाली गई थी, जिसके पहल में विभाग द्वारा सर्वे कराया गया था, मगर धन के अभाव में अभी तक निर्माण नहीं कराया जा सका है। 

Broken Pul Gohda Pandukpur Road

बंधी प्रखंड वाराणसी के विभागीय अधिकारियों का कहना है कि धन के अभाव में इस पुलिया का निर्माण नहीं कराया जा पा रहा है। वही इस गांव में आने जाने वाले लोगों को कहना है की डबल इंजन की सरकार में जहां दोनों हाथों से विकास कार्य के लिए धन की गंगा बह रही है। ऐसे में अधिकारियों द्वारा इस तरह की बात करना सरकार के बदनाम करने जैसा है। बजट की कमी की शिकायत कितनी जायज है, यह जरूर देखा जाना चाहिए। 

 हालांकि गांव के लोगों ने चंदौली जिले के सांसद और कैबिनेट मंत्री डॉ महेंद्र नाथ पांडेय से इस मामले में अपील की है कि वे बजट की कमी को दूर कराकर मदद करें, ताकि इस समस्या से निजात पाया जा सके। यह पुलिया इतनी खतरनाक है कि अगर रात भी रात कोई तेज गति से गुजरेगा तो वह गिरकर घायल भी हो सकता है। 

अब देखना यह है कि सांसद महोदय के संज्ञान में यह समस्या लाए जाने के कितने दिन बाद इसका निदान हो पाता है।

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