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परमानंदपुर गांव में घोटाला : SDM कुंदन राज कपूर ने दिए जांच के आदेश, ग्रामीणों ने घेरा तहसील मुख्यालय

सकलडीहा तहसील में परमानंदपुर गांव के ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। विकास कार्यों में भारी हेराफेरी और कागजी कागजों पर घोटाले का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने एसडीएम से निष्पक्ष जांच और कार्रवाई की मांग की है।

 
 

परमानंदपुर ग्राम प्रधान पर भ्रष्टाचार के आरोप

तहसील परिसर में ग्रामीणों का जोरदार प्रदर्शन

कागजों पर विकास दिखाकर धन शोधन का आरोप

एसडीएम ने दिए निष्पक्ष जांच के आदेश

चंदौली जनपद के सकलडीहा तहसील मुख्यालय पर बुधवार को उस समय गहमागहमी बढ़ गई, जब चहनिया ब्लॉक के परमानंदपुर गांव से आए दर्जनों ग्रामीणों ने प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान पर विकास कार्यों के नाम पर भारी अनियमितता बरतने का आरोप लगाते हुए तहसील परिसर में जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारी ग्रामीणों ने 'प्रधान चोर है' और 'ग्राम प्रधान मुर्दाबाद' जैसे नारों के साथ अपना विरोध दर्ज कराया। ग्रामीणों का आक्रोश इस कदर था कि उन्होंने तहसील के मुख्य गेट पर घंटों प्रदर्शन किया, जिससे प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया।

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विकास कार्यों में कागजी हेराफेरी का आरोप 
प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों का नेतृत्व कर रहे वरिष्ठ नागरिकों ने बताया कि गांव में सड़क, नाली, हैंडपंप, सरकारी आवास और अन्य बुनियादी सुविधाओं के नाम पर सरकारी धन का जमकर दुरुपयोग किया गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान ने अधिकारियों की मिलीभगत से कागजों पर तो विकास कार्य पूरे दिखा दिए हैं और उनकी धनराशि भी निकाल ली गई है, लेकिन धरातल पर स्थिति जस की तस बनी हुई है। ग्रामीणों ने कहा कि गांव की गलियां आज भी कीचड़ से लथपथ हैं और हैंडपंप महीनों से खराब पड़े हैं, जबकि फाइलों में उन्हें दुरुस्त दिखाया गया है।

पूर्व शिकायतों पर कार्रवाई न होने से नाराजगी
 प्रदर्शनकारियों ने मीडिया से बातचीत में बताया कि भ्रष्टाचार के इस खेल के विरुद्ध उन्होंने पहले भी ब्लॉक स्तर के अधिकारियों और विकास विभाग को कई बार लिखित शिकायतें दी थीं, लेकिन आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। इसी उपेक्षा और प्रशासनिक सुस्ती से तंग आकर उन्हें तहसील स्तर पर आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ा। ग्रामीणों का साफ तौर पर कहना है कि यदि शासन-प्रशासन द्वारा समय रहते इस पर अंकुश नहीं लगाया गया, तो गांव के विकास के लिए आने वाली करोड़ों की धनराशि इसी तरह बंदरबाँट की भेंट चढ़ती रहेगी।

एसडीएम का आश्वासन और जांच के निर्देश 
तहसील में बढ़ते हंगामे की सूचना मिलते ही उप जिलाधिकारी (एसडीएम) सकलडीहा, कुंदन राज कपूर ने मौके पर पहुँचकर प्रदर्शनकारी ग्रामीणों से बातचीत की। उन्होंने ग्रामीणों की सभी शिकायतों को बिंदुवार सुना और पूरे मामले की गंभीरता को स्वीकार किया। एसडीएम ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि परमानंदपुर गांव में कराए गए सभी विकास कार्यों का भौतिक सत्यापन कराया जाएगा। उन्होंने संबंधित विभागीय अधिकारियों को तत्काल जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का कड़ा निर्देश दिया है। 
एसडीएम ने ग्रामीणों से भी अपील की है कि वे अपने आरोपों के समर्थन में साक्ष्य और दस्तावेज उपलब्ध कराएं ताकि जांच प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाया जा सके। आश्वासन मिलने के बाद ग्रामीणों ने प्रदर्शन समाप्त किया, लेकिन चेतावनी दी कि यदि जांच में हीलाहवाली हुई तो वे लखनऊ तक आंदोलन करेंगे।

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