धानापुर क्षेत्र में किसानों का नया प्रयोग, 25 किसानों ने अपनाई DSR विधि

एफपीओ की पहल से बढ़ा कृषि क्षेत्र में नवाचार
शिवनंदम फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी खड़ान और FAARD फाउंडेशन की संयुक्त कोशिश
जानिए और कौन-कौन सी मिल रही सुविधाएं
चंदौली जिले के सकलडीहा तहसील में धानापुर विकासखंड के किसानों की आय बढ़ाने और खेती में नवाचार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शिवनंदम फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी (एफपीओ) द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। एफपीओ के निदेशक रमेश सिंह के नेतृत्व में बीते दिनों कृषि विज्ञान केंद्र चंदौली और FAARD फाउंडेशन के सहयोग से 25 किसानों के खेतों में 6.25 हेक्टेयर रकबे में धान की सीधी बुवाई (DSR) विधि से खेती कराई गई।

बताते चलें कि एफपीओ द्वारा कृषि क्षेत्र में कई नवाचारात्मक कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इनमें सब्जी किसानों के लिए बायोटेक किसान परियोजना के अंतर्गत निःशुल्क बीज वितरण एवं वैज्ञानिक प्रशिक्षण, महिलाओं को मशरूम उत्पादन और स्पॉन उपलब्ध कराना, मिलेट्स उत्पादन और रेसिपी प्रशिक्षण, दलहन-तिलहन के निःशुल्क बीज वितरण, मत्स्य पालन, डेयरी प्रशिक्षण, तालाब खुदवाने हेतु विभागीय समन्वय और बैंकों से किसानों को जोड़ने की कार्यवाही शामिल है।

एफपीओ निदेशक रमेश सिंह ने बताया कि DSR तकनीक से खेती करने पर न केवल पानी की बचत होती है, बल्कि उत्पादन लागत भी घटती है और फसल 12 से 15 दिन पहले तैयार हो जाती है। इससे किसान को अगली फसल की तैयारी का अधिक समय मिलता है। जिससे वर्ष में तीन फसलें जैसे सूरजमुखी, मूंग व सब्जी लेना संभव होता है।
इस वर्ष जिन किसानों ने DSR विधि को अपनाया उनमें प्रमुख रूप से अशोक कुमार सिंह, भानु प्रताप मौर्य, वकील बाबू पांडे, संजय मिश्रा, धनंजय यादव, तुषार कांत सिंह, श्याम बिहारी सिंह और अशोक मिश्रा शामिल हैं।
एफपीओ द्वारा धानापुर में खाद, बीज और दवाओं का केंद्र खोलकर किसानों को गुणवत्तापूर्ण कृषि सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है। साथ ही अमूल डेयरी का संग्रह केंद्र भी स्थापित कर दूध उत्पादकों को बेहतर मूल्य दिलाया जा रहा है। जिससे क्षेत्र के किसान बिचौलियों के चंगुल से मुक्त हो रहे हैं।
कृषि एवं ग्रामीण विकास की दिशा में शिवनंदम एफपीओ, FAARD फाउंडेशन और आईआरआरआई वाराणसी का यह प्रयास क्षेत्र के किसानों के लिए आशा की नई किरण बनकर उभर रहा है।
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