वाह रे जिला चंदौली : सरकारी होम्योपैथिक चिकित्सालय में डॉक्टर गायब, चपरासी ही बांट रहा है दवाई

1983 में पूर्व विधायक स्व. रामजनम सिंह ने खुलवाया था अस्पताल
प्रति दिन 30 से 50 मरीज आते हैं दवा लेने
डॉक्टर अक्सर रहते हैं लापता
चपरासी और फार्मासिस्ट संभाल रहे हैं पूरे अस्पताल की जिम्मेदारी
चंदौली जिले के धानापुर विकास खंड के आलम खातोपुर गांव में राज्यकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय सन 1980 में स्वर्गीय रामजनम सिँह विधयक रहें उन्हों ने जनता को निशुल्क चिकित्सा व्यवस्था को लेकर 1983 में राजकीय होमियों चिकित्सालय कि शाखा आलमखातोपुर गांव में खोलवाये थे जहाँ एक डाक्टर एक फरमासिस्ट एक चपरासी कि नियुक्ति हुई। तभी से यहाँ लगभग 42 वर्षो से होमियों पैथ से रोगियों का ईलाज होता है।

आपको बता दें कि यहाँ करीब तीस से पचास मरीज रोजाना दवा लेने आते है। परतु डाक्टर आये दिन ला पता रहते है। रोगियों को दवा फरमासिस्ट या चपरासी ही देते है। डाक्टर का कोई अता पता नहीं रहता है। ग्रामीण रणविजय सिंह, धर्मेंद्र यादव, कपिलदेव यादव, विजय बहादुर प्रजापति, कमरुद्दीन सेचन अली, जोखन प्रजापति, सुदामा राम आदि ने बताया कि यहां डॉक्टर की नियुक्ति होते हुए भी चपरासी द्वारा मरीजों को दवा दी जाती है। जिससे मरीजों के स्वास्थ्य के साथ खेलवाड़ किया जा रहा है। यहाँ डाक्टर यदा कदा कभी आते हैं। बाकी समय में चपरासी ही दवा देते है। दवा लेने के लिए लगभग 10 गांव के लोग प्रतिदिन आते है

ग्रामीणों ने जिलाअधिकारी एवं जिला चिकित्साधिकारी का ध्यान आकृस्ट कराया है।
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