मछुआरों के जाल में फंस गयी थी डॉल्फिन, बाहर निकालकर फिर से गंगा में छोड़ा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया है डॉल्फिन प्रोजेक्ट लॉन्च
नमामि गंगे जिला गंगा समिति कर रही है सहयोग
जिला परियोजना अधिकारी दर्शन निषाद ने दी जानकारी
चंदौली जिले की जिला गंगा समिति जिले में पक्षी, डॉल्फिन, कछुआ संरक्षण के लिए बेहतर काम करने की कोशिश कर रही है। साथ ही जागरुकता कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है। इसी दौरान जाल में फंसी डॉल्फिन को बाहर निकाल कर गंगा में फिर से छोड़ने की जानकारी साझा की गयी।
नमामि गंगे जिला गंगा समिति चंदौली जिला परियोजना अधिकारी दर्शन निषाद ने बताया कि डॉल्फिन उत्तर प्रदेश राज्य का जलीय जीव घोषित होने के साथ-साथ राष्ट्रीय जलीय जीव है। डॉल्फिन संरक्षण एवं संवर्धन के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा डॉल्फिन प्रोजेक्ट लॉन्च किया गया है। इसमें हम सभी लोग मिलकर सहयोग कर रहे हैं।
परियोजना अधिकारी दर्शन निषाद के तत्परता से क्षेत्रीय वन अधिकारी को सूचित करते हुए गंगा प्रहरी टांडा कला के अखिलेश निषाद, सत्यप्रकाश निषाद, हवलदार निषाद, कमलेश, धर्मेंद्र निषाद की टीम ने जाल में फंसी डॉल्फिन को बाहर निकाला और पुनः गंगा में छोड़ दिया।
बता दें कि वर्षों से यह कार्य भारतीय वन्यजीव संस्थान से विशेष प्रशिक्षित गंगा प्रहरी की टीम जिला परियोजना अधिकारी के देखरेख में स्वयंसेवी के रूप में यह कार्य कर रहे हैं। जैव विविधता संरक्षण एवं गंगा जीर्णोद्धार परियोजना के अंतर्गत निस्वार्थ कार्य करते रहे हैं।
जिला गंगा समिति चंदौली से जुड़कर के पक्षी, डॉल्फिन, कछुआ संरक्षण के लिए जागरुक करते रहे हैं, चंदौली में डॉल्फिन का तीन सेंटर है। मुगलसराय रेंज के अंतर्गत गंगा ग्राम मिल्कीपुर में ताहिरपुर कैनाल के पास, दूसरा कुंडा कला कुंडा खुर्द कैनाल के पास और तीसरा चहनियां वन रेंज के अंतर्गत गंगा ग्राम टांडा कला चहनियां महुअर कला और बलुआ घाट का क्षेत्र है।
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